हैदराबाद : उस्मानिया विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर एम कुमार ने कहा कि स्वामी विवेकानंद एक महान व्यक्ति थे, जिन्होंने पूरे विश्व को भारत की ओर देखने के लिए प्रेरित किया। तेलंगाना नागरिक परिषद राज्य के तत्वावधान में स्वामी विवेकानंद जयंती समारोह के समापन समारोह के अवसर पर पोट्टी श्रीरामुलु तेलुगु विश्वविद्यालय सभागार, नामपल्ली में 162वीं जयंती के समापन समारोह के अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में संबोधित किया।

कुलपति ने आगे कहा कि जीवन में अगर कुछ हासिल करना है तो वह युवावस्था में ही संभव है। युवाओं को अपनी शक्ति का पूरा उपयोग करना चाहिए और देश की एकता के लिए काम करना चाहिए। उच्च न्यायालय के पूर्व न्यायाधीश न्यायमूर्ति पीएस नारायण ने कहा कि विवेकानंद एक महान व्यक्ति थे जिन्होंने अपने भाषणों के माध्यम से भारत को विश्व के देशों में अच्छी पहचान और सम्मान दिलाया।

तेलंगाना साहित्य अकादमी के भाषा और संस्कृति विभाग के सचिव डॉ. एन बालाचारी ने कहा कि युवाओं को असफलताओं के आगे झुकना नहीं चाहिए और आत्मविश्वास के साथ आगे बढ़ना चाहिए। राष्ट्रीय पर्यावरण संरक्षण और विकास परिषद के सलाहकार डॉ. लायन कोमाटिरेड्डी गोपाल रेड्डी, लायनेस क्लब ऑफ हैदराबाद समर्पण के निदेशक डॉ. प्रेमचंद मुनोत जैन, तेलंगाना नागरिक परिषद के राज्य अध्यक्ष डॉ. राज नारायण मुदिराज, सचिव श्रीमती एटा उदयश्री रेड्डी, डॉ. रवि तेजा, कुमारी वचना प्रिया पाटिल, बत्तुला हेमंत और अन्य ने भाग लिया और समारोह को संबोधित किया।

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इससे पहले स्वामी विवेकानन्द के चित्र पर माल्यार्पण किया गया और ज्योति प्रज्वलित की गई। इस अवसर पर प्रो. एन. लक्ष्मण नायक, डॉ. जे. अच्युता देवी, डॉ. सारा नाहीद, श्रीमती तैयबा तासीन, डॉ. डी. सरिता, डॉ. कटकम भास्कर, एडला नारायण, ए. रामबाबू, श्रीमती सावित्री, सूबेदार मणि किशन मुदिराज, मिलिंद प्रकाशन के प्रमुख श्रुतिकांत भारती, जी. नवीन कुमार, चन्द्रशेखर चन्द्रमुखी, भद्रमणि नरेन्द्र और श्रीमती सरिता नायडू को मुख्य अतिथि प्रो. एम. कुमार ने राष्ट्रीय एकता पुरस्कार-2025 तथा शॉल माला पहनाकर सम्मानित किया।

इनके अलावा मुख्य अतिथि ने श्रीमती दिव्या सल्लासिंह, डोंडाला महेश, थेलू पवन कुमार, गोगिकल बालाजी, सूर्या वंशी, इंदुगावल्ली सुरीबाबू तथा श्रीमती थेल सुधरानी को भी राष्ट्रीय युवा पुरस्कार व शॉल माला पहनाकर सम्मानित किया। इस समारोह में सरोजिनी नायडू वनिता महाविद्यालय, राज बहादुर वेंकटराम रेड्डी महिला महाविद्यालय, इंदिरा प्रियदर्शिनी शासकीय महिला महाविद्यालय, बेगमपेट शासकीय महिला महाविद्यालय, जागृति तथा बीजेआर डिग्री शासकीय महाविद्यालय की छात्राओं ने बड़ी संख्या में भाग लिया तथा सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किए।
