हर भारतवासी के लिए 26 जनवरी एक महत्वपूर्ण दिन है। इसी दिन हमारा संविधान लागू हुआ था। डॉ भीमराव अंबेडकर संविधान निर्माता हैं। संविधान पूर्ण होने में 2 वर्ष 11 महीने 18 दिन लगे हैं। यह 26 नवम्बर 1949 को बनकर तैयार हुआ। इसे 26 जनवरी 1950 को लागू किया गया।
हमारा संविधान लगभग अनेक देशों के संविधान के श्रेष्ठतम गुणों को लेकर बनाया गया। हमारी देश की विशेषता यह है कि अनेक धर्म, जाति, भाषाएं, प्रदेश में बसे हैं। फिर भी हम एक हैं। यह हमारी महानता दर्शाता है। जब संविधान लागू हुआ था तो सबको यह आशंका थी कि देश टुकड़ों टुकड़ों में बंट न जाये। पर हमारे संविधान की विशेषता है कि कोई हमें तोड़ नहीं पाया और न ही तोड़ पायेगा।
हमारे देश में विभिन्न भाषाएं, वेश भूषा, रहन सहन, परम्पराओं और अपने-अपने धर्म के अनुसार पूजा पाठ करने की स्वतंत्रता है, जो संविधान के अनुसार जीवन यापन करने की प्रेरणा देती है। संविधान में अनेक सुधार समय समय पर किये गये हैं। ऐसा करने का हमारे संसद को अधिकार है।
गणतंत्र दिवस पर राजपथ पर सेना की ओर से अदम्य शौर्य का प्रदर्शन किया जाता है। इस अवसर पर दुनिया को भारत की सैन्य ताकत का एहसास कराया जाता है। इसके अलावा अनेक राज्यों की सांस्कृतिक झांकियों का प्रदर्शन किया जाता है। यह अपने अपने राज्य के बारे में सब को जागरूकता प्रदान करती है। यह इस बात का प्रतीक है कि विविधता में एकता ही भारत की पहचान है।
मुख्य आकर्षण गणतंत्र दिवस परेड होती है, 26 जनवरी 1950 का दिन हमारे लिए बहुत महत्वपूर्ण ऐतिहासिक दिन था , उस दिन प्रथम राष्ट्रपति डा.राजेंद्र प्रसाद ने शहीदों को श्रद्धा सुमन अर्पित कर गणतंत्र दिवस की शुरुआत की । उन्होंने 21 तोपों की सलामी के साथ ध्वजारोहण कर भारत को पूर्ण गणतंत्र घोषित किया।
देशवासी गणतंत्र दिवस पर हर्षोल्लास के साथ मनाते हैं। कश्मीर से कन्याकुमारी तक पूरे भारत में यह जश्न दिखाई देता है। यह राष्ट्रीय पर्व के रूप में मनाया जाता है। आज भारत आत्म निर्भरता की ओर अग्रसर है। सब एकजुट होकर सशक्त भारत की भूमिका निभाते हैं। भारत का हर नागरिक प्रसन्नता एवं उत्साह पूर्वक झंडारोहण में भाग लेता है।
हम सब स्वच्छ, भयमुक्त, नियम व संविधान को मानते है। एक दूसरे के प्रति भाई चारा निभाते हुए संविधान का सम्मान करते है। देश को आत्म निर्भर बनाने में सहयोग प्रदान करते है। दूसरों की स्वतंत्रता को बाधित न करते हुए अपनी स्वतंत्रता का आनंद लेते है। हमारा संविधान भी यही सीख देता है। जय हिन्द। गणतंत्र दिवस जिंदाबाद।

के पी अग्रवाल हैदराबाद