सूत्रधार: माता कात्यायनी के चरणों में बही भक्ति गीतों की गंगा

हैदराबाद (सरिता सुराणा की रिपोर्ट): सूत्रधार साहित्यिक एवं सांस्कृतिक संस्था, भारत हैदराबाद द्वारा आयोजित ‘नौ दिवसीय मातृ-भक्ति गीत महोत्सव’ के छठे दिन माता कात्यायनी की आराधना करने हेतु मंच पर अलग-अलग राज्यों से ख्याति प्राप्त कवयित्रियां विराजमान थीं। संस्थापिका सरिता सुराणा ने सभी अतिथियों और श्रोताओं का हार्दिक स्वागत एवं अभिनन्दन किया और माता के श्लोकों के उच्चारण से माता का आह्वान किया।

सरिता ने नई दिल्ली से स्नेहलता पांडेय ‘स्नेह’ को अध्यक्षता करने हेतु एवं कार्यक्रम संयोजिका श्रीमती पिंकी मिश्रा, भागलपुर बिहार को कार्यक्रम के संचालन हेतु मंच पर आमंत्रित किया। पिंकी मिश्रा ने सरस्वती वन्दना से कार्यक्रम का शुभारम्भ किया। तत्पश्चात् वाराणसी, उ.प्र. से श्रीमती मणिबेन द्विवेदी ने साज के साथ अपना भजन- मैंने फूल बिछाया आंगन में, मेरी मैया आने वाली है की बहुत ही मधुर स्वर में प्रस्तुति दी।

नई दिल्ली से मैथिली लोकगीत गायिका श्रीमती कामिनी कुमारी ने मैथिली भाषा में अपनी माताजी के साथ अपना गीत- काली सुहागिन बर अनुरागिन काली बदललैन रुप हे महिमा हुनकर अगम अपार! प्रस्तुत कर दर्शकों का मन मोह लिया। बस्ती, उ.प्र.से श्रीमती मीनू त्रिपाठी ने- मन को मन्दिर बनाय लो, आई दुर्गा भवानी जैसे भावपूर्ण गीत की सुन्दर प्रस्तुति से माता के दरबार में अपनी प्रस्तुति दी।

भुवनेश्वर, उड़ीसा से कार्यक्रम में उपस्थित श्रीमती सारिका सिन्हा ने मां के चरणों में अपनी विनती इस तरह से रखी- मालुम नहीं मुझको मैया, तुम्हें कैसे मनाया जाता है। पिंकी मिश्रा ने- हे जगदम्बा भवानी, दुर्गा महारानी करो मेरा उद्धार जैसा भावपूर्ण गीत प्रस्तुत किया। सरिता सुराणा ने माता की स्तुति में स्वरचित भजन प्रस्तुत किया।

अध्यक्षीय टिप्पणी देते हुए स्नेहलता पांडेय ने सभी सहभागियों के गीतों की भूरि-भूरि प्रशंसा की और इस भक्तिमय गीत संध्या के आयोजन हेतु सूत्रधार संस्था को हार्दिक बधाई और शुभकामनाएं दी। उन्होंने बहुत ही सुन्दर दोहों के माध्यम से मां कात्यायनी के दिव्य स्वरूप की महिमा बतलाई- लाल रंग इनको बहु भाया, गोधुलि पूजा मात सुहाई/आज्ञा चक्र स्थित साधक मन, कर पूजा मां देती दर्शन।

इस कार्यक्रम में बड़ी संख्या में श्रोता गण उपस्थित थे और सबने माता के चरणों में बही भक्ति गीतों की गंगा में डुबकी लगाई। सरिता सुराणा ने धन्यवाद ज्ञापित करते हुए कहा कि आज सभी मातृ भक्तों ने भक्ति गीतों का ऐसा समां बांधा कि माता के जागरण की स्मृति हो आई। उन्होंने सभी आमंत्रित गायिकाओं और दर्शकों का तथा उत्कृष्ट संचालन हेतु पिंकी मिश्रा का हार्दिक आभार व्यक्त किया।

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