हैदराबाद: सीपीआईएम के राष्ट्रीय महासचिव सीताराम येचूरी ने भी संविधान को लेकर गंभीर टिप्पणी की है। कहा कि भारतीय संविधान को बदलना ही चाहिए। पिछले दिनों सीएम केसीआर ने संविधान के बदलने की जो टिप्पणी की है उसमें कुछ भी गलत नहीं है। हम कहते है कि हर एक को मकान चाहिए। लेकिन यह बात संविधान में नहीं है।
सीताराम ने रविवार को सीपीआईएम पार्टी कार्यालय एमबी भवन में मीडिया से यह बात कही। उन्होंने जोर देकर कहा कि लोगों के बीच फूट डालकर देश का सर्वनाश कर रही बीजेपी को हराना ही हमारा लक्ष्य है। इसीलिए हर राज्य में वहां की हालात देखकर धर्मनिरपेक्ष्य के साथ मिलकर काम करने का फैसला लिया है। इन धर्मनिरपेक्ष्य ताकतों में कांग्रेस भी शामिल है। केरल में कांग्रेस और वामदल में अंतर है। पश्चिम बंगाल में तृणमुल अन पापुलर हो चुकी है। साथ ही आह्वान किया कि सरकारें लोगों के अनुकूल नीतियां बनाये।
सीताराम ने आगे कहा कि तेलंगाना सशस्त्र संघर्ष आंदोलन में बिना किसी भूमिका वाली बीजेपी केवल वोट के लिए मुक्ति दिवस के नाम पर हंगामा कर रही है। उन्होंने कहा कि जमीन और अन्याय के खिलाफ किये गये तेलंगाना सशस्त्र संघर्ष को बीजेपी हिंदू-मुस्लिम की लड़ाई कहकर गलत प्रचार कर रही है।
उन्होंने कहा कि झूठ, काल्पनिक और विष् प्रचार कनेवाले दलों से लोगों को सावधान रहा चाहिए। सवाल किया कि तेलंगाना सशस्त्र संघर्ष के समय क्या बीजेपी थी? लोगों के बीच फूट डालने वाली बीजेपी के षड्यंत्र से देश की रक्षा करनी चाहिए। इसके हम सब मिलकर मोदी सरकार को हटा दें। एक मुक्ति दिवस और एक विलय दिवस कहकर तेलंगाना के सशस्त्र संघर्ष को राजनीति के लिए इस्तेमाल किया जा रहा ह। वैसे तो 17 सितंबर 1948 को निजाम ने आत्मसर्पण किया था। इसीलिए हम इसे आत्मसमर्पण दिवस मानते है। इस अवसर पर सीपीएम के तेलंगाना सचिव तम्मिनेनी वीरभद्रम ने भी मीडिया को संबोधित किया।