हैदराबाद : भारत सरकार ने 15 से 18 साल की उम्र के बच्चों के लिए तीन जनवरी से वैक्सीनेशन को मंज़ूरी दे दी है। इसके चलते अब इस आयु समूह के लिए वैक्सीनेशन के लिए 1 जनवरी से कोविन ऐप पर रजिस्ट्रेशन करा सकते हैं।
कोविन प्लेटफॉर्म प्रमुख डॉक्टर आरएस शर्मा ने बताया, “हमने रिजस्ट्रेशन के लिए एक और आईडी कार्ड जोड़ा है- स्टूडेंट आईडी कार्ड, क्योंकि हो सकता है कि किसी बच्चे के पास आधार कार्ड या अन्य पहचान पत्र ना हो।”
कोरोना वायरस के ओमिक्रॉन के बढ़ते मामलों को देखते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 25 दिसंबर को तीन अहम घोषणाएं की थीं। इनमें 15 से 18 साल के किशोरों के लिए वैक्सीनेशन की शुरुआत, स्वास्थ्य कर्मियों और गंभीर बीमारियों से पीड़ित बुज़ुर्गों के लिए बूस्टर डोज़ को मंज़ूरी शामिल है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राष्ट्र के नाम अपने संबोधन मे कहा था कि सरकार कोविड-19 के वैक्सीनेशन को लेकर वैज्ञानिक सलाह पर काम कर रही है। उन्होंने बताया था कि 61 फीसदी आबादी को वैक्सीन की दोनों डोज़ दी जा चुकी हैं और 90 प्रतिशत लोगों को पहली डोज़ मिल चुकी है। देश में इस साल 16 जनवरी से कोरोना वैक्सीनेशन की शुरुआत हुई थी।
डॉक्टर आरएस शर्मा ने बुज़ुर्गों के बूस्टर डोज़ के समय अंतराल के बारे में भी बताया कि अगर आप 60 साल से ऊपर हैं और कोरोना वैक्सीन की दोनों डोज़ ले चुके हैं तो दूसरी डोज़ और बूस्टर डोज़ के लिए रजिस्टर करने वाले दिन के बीच नौ महीनों (39 हफ़्तों) से ज़्यादा समय का अंतर होना चाहिए।”
शर्मा ने आगे कहा, “जब आप बूस्टर डोज़ के लिए रजिस्टर करेंगे तो वो आपसे कोई गंभीर बीमारी होने के बारे में पूछेगा। अगर आप हां कहते हैं तो आप स्लॉट बुक कर सकते हैं और वैक्सीनेशन केंद्र पर आपको पंजीकृत डॉक्टर से लिया गया गंभीर बीमारी का सर्टिफिकेट दिखाना होगा।” (एजेंसियां)