हैदराबाद : तेलंगाना राष्ट्र समिति के स्थापना दिवस के अवसर पर बुधवार को हैदराबाद में आयोजित प्लेनरी में सीएम केसीआर ने नये राजनीतिक दल के गठन पर दिलचस्प टिप्पणी की है। उन्होंने बल दिया कि भारत को विश्व में नंबर एक देश बनने के लक्ष्य की ओर ले जाने के लिए राष्ट्रीय स्तर पर एक नई राजनीतिक शक्ति के गठन जरूरत है।
केसीआर ने कहा कि चाहने और आने के लिए राजनीतिक फ्रंट की जरूरत नहीं। केसीआर ने सवाल किया कि उसकी वजह से क्या हासिल हुआ है? राजनीतिक पुनरएकीकरण की जरूरत नहीं है। देश को प्रगति के पथ पर ले जाने की विचारधारा की जरूरत है।
केसीआर ने कहा, “1980 तक चीन की जीडीपी भारत की तुलना में कम थी। हमारे द्वारा उगाई जाने वाली फसले चीन में उगाई गई फसलें भी कम थी। उनके पास हमारी तुलना में कृषि भूमि भी योग्य नहीं है। लेकिन इन 30 सालों में चीन दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था और महाशक्ति बन गया है। हम किधर जा रहे हैं? हमारे राज्य का एक जिला भी नहीं ऐसे हस्राइल से हम हथियार खरीद रहे है। हमारे एक जिले के इतना भी नहीं ऑस्ट्रेलिया से लिफ्ट सिंचाई के पंप ला रहे हैं। यह कैसा कर्म और कैसी दुर्दशा है? हम सब एक साथ नहीं चल पाने की दुर्दशा में भारत क्यों चला गया है?”
केसीआर ने कहा कि केंद्र में सरकारें बदलने की जरूरत नहीं है। देश के लोगों के रहन-सहन और हालात बदलने होंगे। पड़ोसी राज्य बिजली कटौती से जूझ रहा है। तेलंगाना मणिदीप की तरह चमक रहा है। 40 साल पहले तेलंगाना कैसा था और अब कैसा है। देश के कुछ राज्य पहले जैसे थे अब भी वैसे ही हैं। देश किस लक्ष्य की ओर बढ़ रहा? देश ने अपना लक्ष्य खो दिया है। सिंगापुर जैसे देश में मिट्टी भी नहीं है। पड़ोसी इंडोनेशिया से मिट्टी खरीदता है। सिंगापुर में बिना किसी चीज के काफी विकास किया है। सिंगापुर का विकास यह साबित करता है कि बुद्धि रहे तो विकास हो सकता है। सब कुछ होते हुए भी सोच की कमी के कारण हम यहां रुक गये हैं।