हैदराबाद: जम्मू-कश्मीर कारागार विभाग के डीजीपी हेमंत कुमार लोहिया की संदिग्ध हालातों में मौत पाये गये। 57 वर्षीय 1992 बैच के आईपीएस अधिकारी जम्मू के बाहरी इलाके स्थित अपने उदयवाला आवास पर मृत पाए गए। उनका गला रेता हुआ और शरीर पर जले के निशान पाये गये। पुलिस को आशंका है कि गला रेतने के बाद डीजी का शव जलाने का प्रयास किया गया। पुलिस को उनके नौकर पर शक है। घटना के बाद से डीजी जेल का नौकर फरार है।
जम्मू जोन के एडीजीपी मुकेश सिंह ने बताया कि घटना के बाद से उनका नौकर फरार है। उसकी तलाश की जा रही है। नौकर की पहचान यासीर के रूप में हुई है। वह जम्मू-कश्मीर के रामबन जिला निवासी है। उन्होंने कहा कि घटनास्थल की प्रारंभिक जांच से संकेत मिलता है कि लोहिया ने अपने पैर में कुछ तेल लगाया है। पैर में कुछ सूजन दिखाई दे रही थी। उन्होंने कहा कि हत्यारे ने पहले लोहिया को गला घोंटकर मौत के घाट उतार दिया। फिर उनके गले को रेतने के लिए केचप की टूटी हुई बोतल का इस्तेमाल किया। इसके बाद में शव को जलाने की कोशिश की।
एडीजीपी ने कहा कि अधिकारी के आवास पर मौजूद सुरक्षाकर्मियों ने लोहिया के कमरे के अंदर आग देखी और उन्होंने दरवाजा अंदर से बंद होने के कारण इसे तोड़ दिया। अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक ने कहा कि घटनास्थल की प्रारंभिक जांच हत्या की ओर इशारा कर रही है। मुकेश सिंह ने कहा कि फॉरेंसिक और अपराध दल मौके पर पहुंच गये हैं। अधिकारी ने कहा, “जांच प्रक्रिया शुरू हो गई है। वरिष्ठ अधिकारी मौके पर हैं।” उन्होंने कहा कि जम्मू-कश्मीर पुलिस ने वरिष्ठ अधिकारी की मौत पर गहरा दुख किया है।
पुलिस महानिदेशक दिलबाग सिंह ने इसे बेहद दुर्भाग्यपूर्ण घटना बताया और कहा कि यासीर नामक घरेलू सहायक को पकड़ने के लिए तलाश अभियान शुरू किया गया है। इस समय यासीर फरार है। लोहिया को अगस्त में केंद्र शासित प्रदेश के जेल महानिदेशक के रूप में पदोन्नत और नियुक्त किया गया था। (एजेंसियां)