हैदराबाद: देश में पहली बार दिवंगत कॉमेडियन राजू श्रीवास्तव के शव का हुआ वर्चुअल पोस्टमार्टम हुआ/किया है। गौरतलब है कि जब किसी की मृत्यु होती है और पुलिस केस होती है तो पोस्टमार्टम किया जाता है। ऐसे में हर परिवार पोस्टमार्टम पसंद नहीं करता है। राजू श्रीवास्तव के परिवार की भी यही आग्रह था कि पोस्टमार्टम ना हो। मगर राजू श्रीवास्तव को बेहोशी की हालत में एम्स में भर्ती कराया गया था। साथ ही यह एक पुलिस केस भी था। ऐसे में डॉक्टरों को पोस्टमार्टम करना था। एम्स के अधिकारियों ने राजू श्रीवास्तव के परिवार के आग्रह को ध्यान में रखते हुए वर्चुअल पोस्टमार्टम करने का फैसला लिया। देश में यह पहली बार किसी शव के वर्चुअल पोस्टमार्टम किया गया।
आपको बता दें कि भारत ही नहीं बल्कि पूरे साउथ ईस्ट एशिया में यह पहला वर्चुअल ऑटोप्सी सेंटर है। एमके फॉरेंसिक मेडिसिन विभाग के हेड डॉक्टर सुधीर गुप्ता ने वर्चुअल पोस्टमार्टम के बारे में बताया कि अपनों के निधन के बाद परिवार पहले से गमगीन होते हैं। ऐसे में हमने एक रिसर्च भी करायी और 90 फीसदी से ज्यादा लोगों ने पोस्टमार्टम प्रक्रिया को ना चुनने का पक्ष चुना। वर्चुअल पोस्टमार्टम के दौरान डेड बॉडी पर डॉक्टर कोई कट या चीरा नहीं लगाते। बिना पार्थिव शरीर को छुए ही पूरी बॉडी स्कैन होती है और डॉक्टर की टीम बड़े स्क्रीन पर बैठकर छोटी-छोटी जानकारियों को बारी बारी से परखती है।
दिवंगत राजू श्रीवास्तव के पार्थिव शरीर की वर्चुअल पोस्टमार्टम प्रक्रिया होने के बाद उनके शव उनके परिवार को सौंप दिया गया। गौरतलब है कि राजू श्रीवास्तव को दिल का दौरा पड़ने के बाद 10 अगस्त को दिल्ली के एम्स में भर्ती थे। 15 दिनों तक वेंटिलेटर सपोर्ट पर रहे। इसके बाद उन्हें होश भी आया था। हालांकि 1 सितंबर को 100 डिग्री तक बुखार आने के बाद फिर से वेंटिलेटर सपोर्ट पर रखा गया। बुधवार को सुबह उनका निधन हो गया।
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