हैदराबाद : डीएनए फिंगरप्रिंटिंग एवं निदान केंद्र (सीडीएफडी) में राजभाषा हिन्दी कार्यशाला का सफलतापूर्वक आयोजन किया गया। इस पहल का उद्देश्य संस्थान में हिन्दी को राजभाषा के रूप में बढ़ावा देना और प्रोत्साहित करना है। कार्यशाला में मुख्य वक्ता के रूप में एम. के. नागराजू, राजभाषा अधिकारी, दक्षिण मध्य रेलवे, सिकंदराबाद ने “हिन्दी में सरकारी और प्रशासनिक कार्य कैसे करें” पर व्याख्यान दिया। सभी स्टाफ ने कार्यशाला में उत्साहपूरक भाग लिया। राजभाषा सलाहकार सुश्री वी. संतोषी दीपिका ने कार्यशाला में उपस्थित सभी का स्वागत किया।
हिन्दी संपर्क अधिकारी बी. येसुदासु ने अपने संबोधन में कार्यशाला की पृष्ठभूमि और उससे अपनी अपेक्षाओं पर जोर दिया। उन्होंने स्टाफ को इस कार्यशाला में भाग लेकर, राजभाषा का प्रभावी कार्यान्वयन के महत्व संबंधी ज्ञान पाने और इसका उपयोग दैनिक कामकाज में करने हेतु अनुरोध किया। उन्होंने संस्थान में राजभाषा कार्यान्वयन के संबंधी सकारात्मक दृष्टिकोण के बारे में साझा किया है।
मुख्य वक्ता एम. के. नागराजू ने भारत सरकार की राजभाषा अधिनियम एवं राजभाषा नियम से सभी को अवगत कराया। उन्होंने अपने व्याख्यान में सरकारी कामकाज में राजभाषा हिन्दी का महत्व पर प्रकाश डाला। संसदीय राजभाषा समिति के प्रश्नावली के संबंध में सभी को अवगत कराया। उन्होंने हिन्दी भाषा के महत्व पर जोर देते हुए अपने मुख्य भाषण में समावेशिता और संवाद को बढ़ाने के तरीकों पर चर्चा की। उनकी प्रेरणादायक बातों ने उपस्थित लोगों को प्रेरित किया। राजभाषा कार्यान्वयन के प्रति सभी को प्रोत्सहित करते हुए अपना व्याख्यान प्रस्तुत की है।
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कार्यशाला में हिन्दी में प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता का आयोजन भी किया गया, जो उपस्थित स्टाफ के लिए एक दिलचस्प पहलू लेकर आई। इस गतिविधि ने न केवल उनकी भाषा संबंधित ज्ञान की परीक्षा ली बल्कि उत्साहपूर्ण और जीवंत माहौल भी पैदा किया। प्रतिभागियों ने उत्साह और उत्कृष्ट समझ का प्रदर्शन किया, जिससे यह कार्यक्रम सफल रहा। कार्यक्रम का संचालन एवं धन्यवाद ज्ञापन राजभाषा सलाहकार वी. संतोषी दीपिका ने किया।