हैदराबाद: तेलंगाना में लगातार साइबर अपराध (Cyber crime) बढ़ रहे हैं। लोग एटीएम, ओटीपी और ऑनलाइन बैंकिंग धोखाधड़ी का शिकार हो रहे हैं। राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो (National Crime Records Bureau) की ओर से 2021 के लिए जारी आंकड़ों के अनुसार, तेलंगाना साइबर धोखाधड़ी, मानव तस्करी और खाद्य अपमिश्रण के मामलों में देश में नंबर एक पर है।
इसके अलावा, तेलंगाना में अन्य अपराधों में भी वृद्धि हुई है। दूसरा आर्थिक अपराध, तीसरा बुजुर्गों पर हमलों में और चौथा किसानों की आत्महत्या में आगे है। एनसीआरबी की ओर से जारी आंकड़ों में कहा गया है कि 2021 में तेलंगाना में 1,46,131 मामले दर्ज किए गए। जबकि 2019 में 1,18,338 मामले और 2020 में 1,35,885 मामले सामने आए थे।
तेलंगाना में कुल 52,430 साइबर मामलों का 20 फीसदी है। देश में दर्ज अपराध तेलंगाना में एटीएम (443), ऑनलाइन बैंकिंग (2,180), ओटीपी धोखाधड़ी (1,377), मॉर्फिंग (18) और फर्जी प्रोफाइल मेकिंग (37) में साइबर धोखाधड़ी की अधिक हैं। बुजुर्ग लोगों पर हमलों में तीसरे स्थान पर है। तेलंगाना में 1,952 मामले दर्ज किए गए। इससे पहले महाराष्ट्र में 6,190 मामले और मध्य प्रदेश में 5,273 मामले दर्ज किए गए थे। तेलंगाना देश में बुजुर्गों के घरों में प्रताड़ित के कुल 999 मामलों में से 40 फीसदी है।
तेलंगाना में आईपीसी की धारा 304 के तहत दर्ज की गई बुजुर्गों की मौत देश में सबसे अधिक है। दलित महिलाओं के अपमान के अधिक मामले तेलंगाना में दर्ज हैं। तेलंगाना दलित महिलाओं के खिलाफ बलात्कार के मामलों में पांचवें, दलितों के खिलाफ अपराधों में आठवें और आदिवासियों के खिलाफ अपराधों में पांचवें स्थान पर है। राष्ट्रीय औसत 36 फीसदी के मुकाबले तेलंगाना में दलितों के खिलाफ अपराधों में सजा का फीसदी केवल 8.2 है।
वित्तीय अपराध भी बढ़ गये हैं 2021 में 20,759 मामले दर्ज किए गए। जबकि 2019 में 11,465 मामले और 2020 12,985 मामले दर्ज किए गए। तेलंगाना में जालसाजी, विश्वासघात और धोखाधड़ी के 20,065 से अधिक मामले मामले दर्ज किए गए हैं। क्रेडिट और डेबिट कार्ड धोखाधड़ी में तेलंगाना पहले स्थान पर है। प्रदेश में धोखाधड़ी के मामलों (धारा 420) में 12,426 मामलों के साथ दूसरे स्थान पर है। भूमि और स्थानों पर अवैध कब्जे के 7,886 मामलों के साथ तेलंगाना सूची में सबसे ऊपर है।
तेलंगाना में सेक्स ट्रैफिकिंग अधिक है। देश के कुल 2,083 मानव तस्करी मामलों में से सबसे अधिक यानी 347 तेलंगाना के है। 584 से अधिक पीड़ितों को वेश्यालय ले जाया गया। सड़क हादसों में 10.8 फीसदी की बढ़ोतरी हुई। महिलाओं की तस्करी के 154 से अधिक मामले सामने आए हैं। (एजेेंसियां)