नई दिल्ली/हैदराबाद: नई संसद के उद्घाटन से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पीएम आवास में शनिवार को तमिलनाडु के अधीनम महंत से मुलाकात की। इस दौरान प्रधानमंत्री मोदी को ‘सेंगोल’ सौंपा गया। अधीनम महंत ने वैदिक मंत्रोच्चार के साथ सत्ता हस्तांतरण के इस सांस्कृतिक धरोहर को प्रधानमंत्री को सौंपा।
इस पंरपरा के निर्वहन के दौरान 21 अधीनम मौजूद रहे। इससे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को सुनहरा अंगवस्त्रम दिया गया और फिर उन्होंने अधीनम महंत से सेंगोल को वैदिक रीति के अनुसार प्राप्त किया। इस दौरान वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण भी मौके पर मौजूद थी।
#WATCH दिल्ली: नई संसद भवन के उद्घाटन समारोह से पहले, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने आवास पर अधीनम लोगों से मुलाकात की और उनका आशीर्वाद लिया। अधीनम ने सेंगोल को प्रधानमंत्री मोदी को सौंपा। pic.twitter.com/3Q9gzZUnt2
— ANI_HindiNews (@AHindinews) May 27, 2023
मिली जानकारी के अनुसार, रविवार को होने वाले नए संसद भवन के उद्घाटन समारोह से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आवास पर शनिवार को अधीनम महंत पहुंचे थे। प्रधानमंत्री मोदी ने इनसे मुलाकात की और उनका आशीर्वाद लिया। अधीनम महंत ने सेंगोल को प्रधानमंत्री मोदी को सौंपा।
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गौरतलब है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 28 मई को नए संसद भवन का उद्घाटन करेंगे। नए संसद भवन का उद्घाटन वैदिक विधि-विधान के साथ किया जाएगा। इससे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को कहा कि नया संसद भवन हर भारतीय को गौरवान्वित करेगा।
#WATCH | Delhi | Ahead of the inauguration ceremony of #NewParliamentBuilding, PM Narendra Modi meets the Adheenams at his residence and takes their blessings. The Adheenams handover the #Sengol to the Prime Minister pic.twitter.com/Vvnzhidk24
— ANI (@ANI) May 27, 2023
आपको बता दें कि एक दिन पहले सेंगोल की एक्सक्लूजिव तस्वीरें भी सामने आई थीं। पांच फीट लंबे चांदी से बने इस सेंगोल पर सोने की परत चढ़ाई गई है। इसके ऊपरी हिस्से पर नंदी विराजमान हैं और इस पर झंडे बने हुए हैं। उनके नीचे तमिल भाषा में कुछ लिखा भी हुआ है। दरअसल, हाल ही में प्रायगराज से लाने के बाद इसे दिल्ली के म्यूजियम में रखा गया था।
Feel very blessed that I had the opportunity to welcome the respected Adheenams to my residence. pic.twitter.com/ozDvbDKQ8I
— Narendra Modi (@narendramodi) May 27, 2023
सेंगोल को 1947 में बनवाया गया था। नई संसद में सेंगोल को स्थापित करने से पहले एक बार फिर इसको पवित्र जल से शुद्ध किया जाएगा। एक बार फिर वैदिक मंत्रों से संसद गूंजेगी। मुख्य रूप से संसद में शंख-ध्वनि होगी। इसके बाद इसे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को थमाया जाएगा। इसके बाद इसे लोकतंत्र के नए मंदिर में स्थापित किया जाएगा। सेंगोल को लोकसभा अध्यक्ष की कुर्सी के बगल में पोडियम पर स्थापित किया जाएगा। (एजेंसियां)