हैदराबाद : ओलंपिक पहलवान विनेश फोगट को सर्वखाप पंचायत (रोहतक, हरियाणा) द्वारा स्वर्ण पदक से सम्मानित किया गया। हाल ही में पेरिस ओलंपिक खेलों में 50 किलोग्राम के फाइनल मैच से अयोग्य घोषित की गई थी। इस दौरान फोगट ने सम्मानित करने के लिए आयोजित कार्यक्रम को संबोधित किया।
पहलवान फोगट ने कहा, “मेरी लड़ाई खत्म नहीं हुई है, बल्कि अभी शुरू हुई है। हमारी बेटियों के सम्मान की लड़ाई अभी शुरू हुई है। हमने अपने धरने के दौरान भी यही बात कही थी।” गौरतलब है कि वह पिछले साल यौन उत्पीड़न के आरोपों को लेकर तत्कालीन भारतीय कुश्ती महासंघ के प्रमुख और भाजपा नेता बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ हरियाणा के पहलवानों द्वारा किए गए आंदोलन में हिस्सा ली थीं।
पहलवान विनेश ने आगे कहा, “जब मैं पेरिस में नहीं खेल पाई, तो मुझे लगा कि मैं बहुत बदकिस्मत हूं। हालांकि, भारत लौटने और यहां सभी प्यार और समर्थन का अनुभव देखने के बाद मुझे लगता है कि मैं बहुत भाग्यशाली हूं।” फोगट ने कहा कि इस तरह का इशारा अन्य महिला खिलाड़ियों को भी प्रोत्साहित करेगा कि उनके समुदाय उनके बुरे दौर में भी उनका समर्थन करने के लिए मौजूद हैं।
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देश की पहलवान ने कहा, “मैं इस सम्मान के लिए हमेशा ऋणी रहूंगी। यह सम्मान किसी भी पदक से बढ़कर है।” हरियाणा के बलाली की रहने वाली फोगाट को पेरिस ओलंपिक में 50 किलोग्राम वर्ग के फाइनल मैच के दिन अयोग्य घोषित कर दिया गया था। इसके बाद उन्हें दिल तोड़ने वाली हार का सामना करना पड़ा। फिर भी पूरी दुनिया उसके साथ खड़ी हो गई। (एजेंसियां)