MIDHANI
हैदराबाद: कादम्बिनी क्लब हैदराबाद, ऑथर्स गिल्ड ऑफ़ इंडिया (हैदराबाद चैप्टर), एवं साहित्य गरिमा पुरस्कार समिति के संयुक्त तत्वावधान में 17 सितंबर को क्लब अध्यक्ष डॉ अहिल्या मिश्र के 75वें जन्मदिवस के उपलक्ष्य में मदनबाई क़ीमती सभागार (महिला नवजीवन मंडल प्रांगण, रामकोट) में अमृत महोत्सव एवं अभिनंदन समारोह का भव्य आयोजन किया गया।
डॉ अहिल्या मिश्र के 75वें जन्मदिवस को साहित्यिक संस्थाओं के पदाधिकारियों ने उन्हें बधाई दी। इस अवसर पर संस्थाओं ने डॉ अहिल्या मिश्र पर केंद्रित अभिनंदन ग्रंथ (संपादक- प्रवीण प्रणव और डॉ आशा मिश्रा ‘मुक्ता’) के साथ 7 पुस्तकों और एक गीतों की सीडी का भी लोकार्पण किया गया।
यह समारोह 2 सत्रों में आयोजित किया गया। प्रथम सत्र में कार्यक्रम की अध्यक्षता डॉक्टर शिव शंकर अवस्थी (महासचिव, ऑथर्स गिल्ड ऑफ़ इंडिया, नई दिल्ली) ने किया। मुख्य अतिथि प्रो. एम रामचंद्रन, विशेष अतिथि डॉ गंगाधर वानोडे, समाज सेवी अमृत कुमार जैन व पुस्तक लोकार्पण कर्ता प्रो. ऋषभदेव शर्मा मंचासीन रहे हैं।
प्रथम सत्र में बट वृक्ष की छाँव (अभिनंदन ग्रंथ), तेलंगाना प्रदेश में हिंदी की स्थिति (डॉ अहिल्या मिश्र) और पुष्पक साहित्यिकी का लोकार्पण किया गया। इन पुस्तकों पर क्रमशः प्रो. ऋषभदेव शर्मा, डॉ सुषमा देवी और डॉ सुरभी दत्त ने अपने विचार व्यक्त किये। सत्र का संचालन शिल्पी भटनागर ने किया। शुभ्रा महंतो, बी बालाजी और अन्य ने गीतों की प्रस्तुति दी।
दूसरे सत्र में डॉ पी मणिक्याम्बा सत्र की अध्यक्षता मे हुई। मुख्य अतिथि डॉ उषा रानी राव बेंगलुरु, विशेष अतिथि के रूप में वेणुगोपाल भट्टड व डॉ मोहन गुप्ता एवं पुस्तक लोकार्पण कर्ता के रूप में प्रो शुभदा वांजपे मंच पर उपस्थिति रही है।
इस सत्र में ‘साँझ अभी शेष है’ (सं डॉ उषा रानी राव), ‘मुक्ता की परख’ (संपादक प्रवीण प्रणव, अवधेश कुमार सिन्हा), ‘वैचारिक समालोचन’ और ‘मैं मंज़िल का पथिक अकेला’ पुस्तकों का लोकार्पण किया गया।
इन पुस्तकों के संबंध में क्रमशः डॉ उषा रानी राव, डॉ सुपर्णा मुखर्जी, राशि सिन्हा और डॉ संगीता शर्मा अपने विचार किया। द्वितीय सत्र का संचालन मोहिनी गुप्ता ने किया। इसके बाद रवि वैद के संचालन में कवि सम्मेलन सत्र का आरंभ हुआ।