आज का सुविचार:- आजादी का कोई अर्थ नहीं है यदि इसमें गलतियां करने की आजादी शामिल न हों। – महात्मा गांधी
हैदराबाद: ‘वाजा’ (Writers and Journalists Association) आंध्र प्रदेश इकाई के तत्वावधान में दो सत्रों का त्रैमासिक संगोष्ठी एवं कवि सम्मेलन आयोजन अल्लुरी सीतारामराजू विज्ञान केंद्र डाबा गार्डन (विशाखापट्टणम) के चतुर्थ माले के सभागार में समपन्न हुआ।
इस संगोष्ठी में वाजा के जाने-माने साहित्यकार रियर एडमिरल खुर्रम शहजाद नूर मुख्य अतिथि के रूप में भाग लिया और अध्यक्ष डॉ कृष्ण बाबू कार्यक्रम की अध्यक्षता की। इस अवसर पर शहर के अनेक गणमान्य व्यक्ति, साहित्यिकार व साहित्य प्रेमियों ने भाग लिया। आयोजकों ने सभी का फलों से स्वागत किया।
डॉ कृष्ण बाबू के सरस्वती वंदना पेश किया गया। डॉ हेमलता राव के उद्गार के साथ हिंदी भाषा के प्रचार प्रसार में पत्रकारिता का हमारे जीवन में योगदान व भूमिका पर सुंदर आख्यान दिया गया। साथ ही जीवन के बहुमूल्य अनुभवों को साझा किया गया। इस अवसर पर रियर एडमिरल खुर्रम शहजाद नूर जी ने वाजा आंध्रप्रदेश विशाखपट्टणम इकाई से जुड़ी बेशुमार यादों को ताजा किया।
इस प्रकार प्रथम सत्र की समाप्ति हुई। इस सत्र का सफल संचालन वाजा आंध्र प्रदेश इकाई की महा सचिव डॉ निर्मला देवी चिट्टिल्ल ने किया। मंच पर भारतीय नौसेना के वरिष्ठ अधिकारी कप्तान दिनेश कुमार लांबा द्वारा विरचित ‘It would be nice if’ नामक बाल मनोविज्ञान की पुस्तक का विमोचन किया गया। इस कार्यक्रम में पुस्तक के प्रकाशक एच के मिश्रा भी उपस्थित रहे।
दूसरा सत्र का संचालन डा दीपा गुप्ता ने किया। उनकी हास्य फुलझड़ियों का आनंद सभी ने उठाया। साथ ही श्रीमती भारती शर्मा गोल्ड मेडलिस्ट रंगमंच कलाकार के अनुभव व हास्य मिश्रित काव्य और सुंदर गजल गायन, संजीव शर्मा जी की हास्य रचना, लिंगम चिरंजीव राव के कुछ मुक्तक, सुनील कुमार जी का हिंदी प्रेम वीर रस से ओतप्रोत उनका काव्यपाठ, जूही का हास्य मिश्रित श्रृगार की बानगी, दीपा गुप्ता का वसीयतनामा, राजेश गौड़ की संदेश देती आध्यात्मिक रचना, आदरणीय नूर के दोहे, ‘पुरूष को अपनी बेगम से क्या नहीं बताया जाए’ हँसी से सरोबार कृतियों से सभा के सभी लोगों में आनंद और उल्लास की लहर दौड़ गई।
श्रीमती भाग्य लक्ष्मी (हिन्दी अधिकारी, ईस्टन नेवल कमान), श्रीमती सुधा और अन्य सभी का अभिनंदन किया गया। राष्ट्र गान के बाद सभी ने अगली बैठक की आशा के साथ बिदाई ली। इस तरह कार्यक्रम अत्यंत सस्नेह तथा सफलपूर्वक संपन्न हुआ।