हैदराबाद: तेलंगाना चुनाव के तहत नामांकन प्रक्रिया इस महीने की 10 तारीख को समाप्त हो गई। इस महीने की 30 तारीख को चुनाव होंगे और 3 दिसंबर को नतीजे आएंगे। हालांकि, इस नामांकन प्रक्रिया के दौरान एक अजीब घटना घटी है। एक 82 वर्षीय दादी ने मंगलवार को जगित्याला विधानसभा क्षेत्र से अपना नामांकन दाखिल किया। लेकिन, वह विधायक नहीं बनना चाहतीं। इसके अलावा उसका राजनीति से कोई लेना-देना नहीं है। उसके इस नामांकन दाखिल करने की वजह अलग है। वास्तव में, यदि आप उसकी कहानी जानेंगे तो आँसू आना निश्चित है।
उस दादी का नाम चिट्टी श्यामला है। वह जागित्याला निर्वाचन क्षेत्र के अंतर्गत गंगाधारा मंडल के कुरीक्याला गांव में रहती है। इस अवसर पर दादी ने कहा कि हाल ही में उनके बड़े बेटे श्रीनिवास राव ने पारिवारिक संपत्ति को लेकर उनके खिलाफ अदालत में मामला दायर किया है। उसकी नजर उस मकान पर पड़ी जहाँ उसकी माँ रहती है। क्योंकि यह मकान अभी भी उसके नाम पर है। बेटे ने उसे उस मकान को खाली करने और किराए के घर में रहने के लिए दबाव डाल रहा हैं। उसके लिए वह राजी भी हो गई, मगर यह दादी बहुत बूढ़ी और अकेली है। इसलिए कोई उसे मकान किराये पर नहीं दे रहा है।
स्वतंत्रता सेनानी मुरलीधर राव की पत्नी श्यामला ने आरोप लगाया कि खुद का मकान होने के बावजूद उसे किराए के मकान में रहने के लिए मजबूर किया गया है। उन्होंने इस बात पर अफसोस जताया कि जहां वह अपनी समस्या के समाधान के लिए कई लोगों से मिलीं, वहां उसे न्याय नहीं मिला है। उन्होंने कहा कि अगर इस तरह नामांकन पत्र दाखिल करने पर हर किसी को इस समस्या के बारे में पता चलता है। उसने कहा कि उसने नामांकन दाखिल करने का उद्देश्य उसके साथ हुए अन्याय के बारे में समाज को बताना और उसका मकान उसे वापस पाना है। उसने अधिकारियों से मदद करने की अपील की है।
జగిత్యాలలో 82 ఏళ్ల బామ్మ నామినేషన్
హైదరాబాద్: ఆమె ఓ స్వతంత్ర సమరయోధురాలు. కానీ కన్న వాళ్లే ఆమెని పట్టించుకోలేని పరిస్థితి. తన కుమారుడు వల్ల ఎదురు అవుతున్న సమస్యలను అనేక సార్లు అధికారుల దృష్టికి తీసుకెళ్లినా వాళ్లు పట్టించుకోకపోవడంతో ఆ బామ్మ నేరుగా ఎన్నికల్లో పోటీ చేయాలని నిర్ణయించుకుంది. ఈ ఘటన జగిత్యాల జిల్లా కేంద్రంలో చోటుచేసుకుంది. 82 ఏళ్ల బామ్మ నామినేషన్ దాఖలు చేయడం ప్రస్తుతం చర్చనీయాంశంగా మారింది. (ఏజెన్సీలు)