विश्व हिंदी दिवस-2025 विशेष पर : भारत की पहचान है राजभाषा, जानें इस साल का थीम

भारत एक महान देश है। यह अनेक भाषा बोली जाती है। अनेक धर्म के लोग मिलजुलकर रहते हैं। इतना ही नहीं विश्व में भारत का अपना एक अद्भुत स्थान प्राप्त है। दुनिया में सबसे अधिक जनसंख्या वाला देश भी भारत ही है। ऐसे महान भारत की राजभाषा हिंदी है।

भारत में सभी राज्यों में हिंदी बोली, लिखी और समझी जाती है। हिंदी फिल्मी गाने तो जग प्रसिद्धि प्राप्त कर चुके हैं। संसार में इन गानों से अनगिनत संगीत प्रेमी आनंद लेते है। भारतीय विदेश मंत्रालय के नेतृत्व में विदेशों में भी हिंदी दिवस मनाया जाता है।

हिंदी भाषा को बढ़ावा देने के लिए नागपुर में प्रथम हिंदी सम्मेलन 10 जनवरी 1975 को संपन्न हुआ था। मॉरीशस, यूनाइटेड किंगडम त्रिनिदाद यूनाइटेड स्टेट्स और अन्य देशों ने विश्व हिंदी दिवस सम्मेलन की मेजबानी की है। कई देशों में भारतीय हिंदी को बढ़ावा देने के लिए आज के दिन अनेक कार्यक्रम आयोजित करते हैं।

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हिंदी भाषा को विश्व में करोड़ों लोग बोलते हैं। विश्व की दस शक्तिशाली भाषाओं में हिंदी एक है। ऑक्सफोर्ड डिक्शनरी में साल 2017 में बच्चा, अच्छा, सूर्य, बड़ा दिन, नमस्कार जैसे शब्द जोड़ दिए हैं। विश्व हिंदी दिवस-2025 थीम- हिंदी एकता और सांस्कृतिक गौरव की वैश्विक आवाज है। विश्व हिंदी दिवस 2024 की थीम थी- ‘हिंदी- पारंपरिक ज्ञान और कृत्रिम बुद्धिमत्ता को जोड़ना’।

दिवंगत प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेई ने जो कि उस समय भारत के विदेश मंत्री थे, संयुक्त राष्ट्र संघ में 4 अक्टूबर 1977 को हिंदी में भाषण देकर मंच गूंजायमान कर दिया था। उनके भाषण के बाद दुनिया भर के नेताओं ने खड़े होकर तालियां बजाकर उनका अभिनंदन किया था। उस समय भारत हिंदी के लिए गौरवशाली इतिहास बन गया। वर्तमान प्रधानमंत्री मोदी ने भी हिंदी भाषा का हर जगह बहुत अधिक प्रयोग किया है। उनके अधिकतर भाषण हिंदी में होते हैं। इतना ही नहीं दक्षिण भारत में भी अनेक पत्र पत्रिकाएं हिंदी भाषा को बढ़ावा देने में सहयोग कर रहे हैं ।

हिंदी हमारी राजभाषा ही नहीं अपितु हमारी पहचान है। यह एक वैज्ञानिक भाषा है। इसे सुनने और बोलने में मृदु लगती है। बहुत अच्छी भी लगती है। हिंदी का आधुनिक स्वरूप और सरल होता जा रहा है। समय की मांग के अनुसार हिंदी में उर्दू व अंग्रेजी शब्दों को बोलबाला होता जा जा रहा है। भारतवासियों का कर्तव्य है कि हम हिंदी बोलें और अधिक से अधिक हिंदी भाषा को बढ़ावा दें। यह बहुत ही गर्व का दिन है कि विश्व हिंदी दिवस पर हमारा मन प्रफुल्लता से नाच उठ रहा है। हिंदी भाषा का भविष्य उज्जवल हो रहा है। अनेक लोगों को रोजगार मिल रहा है। उच्च पद और मंजिल मिल रही है।

हिंदी भारत की पहचान,
हिंदी का हम करें सम्मान,
सीखे चाहें भाषाएं कितनी
पर हिंदी पर दिल कुर्बान।

के पी अग्रवाल हैदराबाद

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