हैदराबाद: मध्य प्रदेश के मुरैना में शनिवार को एयरफोर्स के दो विमान क्रैश हो गए। मीडिया में प्रसारित और प्रकाशित खबरों के अनुसार, ये दोनों विमान सुखोई-30 और मिराज-2000 हैं। कई मीडिया बताया गया है कि मुरैना से अभ्यास के लिए उड़ान भरने वाले ये दोनों विमान आपस में टकरा गए। लेकिन डिफेंस विभाग का कहना है कि यह अभी पुख्ता तौर पर नहीं कहा जा सकता।
इंडियन एयरफोर्स ने कहा कि कोर्ट ऑफ कोर्ट ऑफ इंक्वायरी से ही यह स्पष्ट हो पाएगा कि क्या दोनों विमान हवा में टकराए हैं या नहीं। मिली जानकारी के अनुसार, सुखोई-30 में दो पायलट थे जबकि मिराज-2000 में एक पायलट था। मुरैना के डीएम ने जानकारी दी है कि हादसे वाली जगह के पास से दो पायलट्स को रेस्क्यू किया गया है। ये दोनों पायलट घायल हैं। उन्हें अस्पताल शिफ्ट किया गया है। तीसरे पायलट की लापता हो जाने की खबर है। प्रशासन और डिफेंस की टीमें घटना स्थल पर मौजूद हैं।
#WATCH | Wreckage seen. A Sukhoi-30 and Mirage 2000 aircraft crashed near Morena, Madhya Pradesh. Search and rescue operations launched. The two aircraft had taken off from the Gwalior air base where an exercise was going on. pic.twitter.com/xqCJ2autOe
— ANI (@ANI) January 28, 2023
मुरैना के पास हुए हादसे की जानकारी रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह को दे दी गई है। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह इस मामले को लेकर सीडीएस जनरल अनिल चौहान और वायुसेना चीफ वीआर चौधरी से संपर्क में हैं। हादसे को लेकर डिटेल्स जुटाई जा रही हैं। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह को हादसे के बारे में एयर चीफ ने जानकारी दी। रक्षा मंत्री ने उनसे वायुसेना के पायलट्स के बारे में जानकारी ली।
इससे पहले भरतपुर में एक विमान क्रैश होने की खबरें सामने आई हैं। विभिन्न मीडिया रिपोर्ट्स में इस विमान को वायुसेना का फाइटर जैट बताया जा रहा है। लेकिन भरतपुर के डीसी आलोक रंजन ने इसे चार्टर्ड विमान बताया है। भरतपुर में हुआ हादसा जिले के पिंगोरा रेलवे स्टेशन के पास गिरा है। स्थानीय लोगों ने बताया कि विमान में हवा में ही आग लग गई थी। विमान हादसे के बाद घटनास्थल पर भीड़ जमा हो गई है।
इसी क्रम में मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने ट्वीट किया, “मुरैना के कोलारस के पास वायुसेना के सुखोई-30 और मिराज-2000 विमानों के दुर्घटनाग्रस्त होने की खबर अत्यंत दुखद है। मैंने स्थानीय प्रशासन को त्वरित बचाव एवं राहत कार्य में वायुसेना के सहयोग के निर्देश दिए हैं। विमानों के पायलट के सुरक्षित होने की ईश्वर से कामना करता हूं।”