हैदराबाद : तेलंगाना में हड़कंप पैदा कर चुके पालवंचा नागा रामकृष्ण के परिवार की आत्महत्या के मामले पर टीपीसीसी के अध्यक्ष रेवंत रेड्डी ने तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त किया है। उन्होंने आईटी मंत्री केटीआर की ओर इशारे करते हुए गंभीर टिप्पणी की। तेलंगाना में इतना बड़ा जघन्य अपराध होने पर भी केटीआर ने कम से कम प्रतिक्रिया तक नहीं दी है। तेलंगाना के बाहर जो भी होता है वह आईटी मंत्री को दिखाई देता है और केटीआर भी जवाब देते है। मगर तेलंगाना में हुए अमानवीय घटना पर कोई प्रतिक्रिया नहीं देते है।

रेवंत ने शुक्रवार को ट्वीट पोस्ट में कहा कि एक परिवार सहित 13 साल की लड़कियों की मृत्यु होने पर भी केटीआर को दिखाई देता है और ना ही दया आती आई है। रेवंत रेड्डी ने आरोप लगाया कि सत्तापक्ष के विधायक होने के कारण ही केसीआर उसे बचाने की कोशिस कर रहे हैं। उन्होंने चेतावनी दी कि अमानवीय घटनाओं की भी एक सीमा होती है। उन्होंने आरोप लगाया कि टीआरएस सरकार आरोपी वनमा राघव को बचा रही है।

दूसरी ओर यह अब भी संस्पेंस बना हुआ है कि रामकृष्ण परिवार के आत्महत्या मामले का सामना कर रहा आरोपी वनमा राघव कहां है? गुरुवार शाम को प्रचार चला है कि भद्रादी कोत्तागुडेम पुलिस ने राघव को हैदराबाद में हिरासत में लिया और रहस्य जगह पर पूछताछ कर रही है। मगर पुलिस ने राघव की गिरफ्तार की पुष्टी नहीं की। इस महीन की 3 तारीख को रामकृष्ण परिवार ने आत्महत्या की। उस दिन से आरोपी फरार है। सुसाइट के साथ गुरुवार को सोशल मीडिया में बाहर आया सेल्फी वीडियो में भी राघव पर मुख्य आरोप है।

इसी क्रम में पुलिस ने राघव को पकड़ने के लिए विशेष पुलिस दल गठित किये। यह प्रचार जोरों पर चला है कि गुरुवार को सोमाजीगुड़ा प्रेस क्लब में मीडिया से बातचीत करने आये राघव को हिरासत में लिया गया। मगर पालवंचा के डीएसपी रोहित राजू ने कहा कि राघव को हैदराबाद में गिरफ्तार किये जाने को लेकर जो खबरे आई है वह सच नहीं है। राघव को पकड़ने के लिए स्पेशल पुलिस और टास्कफोर्स टीमें तेलंगाना और आंध्र प्रदेश में तलाश कर रही है।
आपको बता दें कि भद्रादी कोत्तोगुडेम के टीआरएस विधायक वनमा वेंकटेश्वर राव के पुत्र राघव की प्रताड़ना से तंग आकर रामकृष्णा परिवार आत्महत्या किया था। इस मामले से तेलंगाना में दहल उठा। राघव की प्रताड़ना से तंग आकर रामकृष्ण सुसाइड नोट लिखकर इस महीने की 3 तारीख को पत्नी और दो बच्चों के साथ आत्महत्या किया था। टीआरएस पार्टी के विधायक का बेटा मुख्य आरोपी होने का मामला सामने करने के पांच दिन बाद भी टीआरएस आलाकमान खामोश रही है। इसके चलते विपक्षी दल टीआरएस पार्टी की जमकर आलोचना की। आरोप है कि पद और धन के बल पर राघव के अपराधों को रोकने वाला कोई नहीं रहा।
