हैदराबाद: आज ‘मन की बात’ कार्यक्रम में प्रधानमंत्री के हाथ में सिरिसिला हैंडलूम वस्त्र चमचमा उठा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हथकरघा कलाकार हरि प्रसाद द्वारा जी-20 नामक बुना हुआ वस्त्र दिखाया।
इस दौरान प्रधानमंत्री ने हथकरघा श्रमिकों की महानता और कौशल की सराहना की और बधाई दी। भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष व सांसद बंडी संजय कुमार ने प्रधानमंत्री के मन की बात कार्यक्रम के भाषण कार्यक्रम को दिलचस्पी से देखा है।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा “मन की बात” कार्यक्रम में दिए गए भाषण का पूरा पाठ …
• मित्रो! मैं आज के कार्यक्रम की शुरुआत एक विशेष उपहार के बारे में चर्चा के साथ करना चाहता हूं। तेलंगाना के राजन्ना सिरिसिला जिले में एक हथकरघा भाई हैं। मित्र का नाम येल्दी हरिप्रसाद है। उन्होंने मुझे हाथ से बुने हुए जी-20 लोगो को मुझे भेजा। मैं इस अद्भुत उपहार को देखकर दंग रह गया हूं।
• हरिप्रसाद जी अपनी कला से सबका ध्यान आकर्षित करने का कौशल है। हरिप्रसाद जी ने मुझे हाथ से बुने हुए G-20 लोगो के साथ एक पत्र भी भेजा। इसमें लिखा कि अगले साल जी-20 शिखर सम्मेलन की मेजबानी करना भारत के लिए गर्व की बात है। देश की इस जीत से खुशी में उन्होंने अपने हाथों से जी-20 का लोगो तैयार किया। बुनाई का यह अद्भुत हुनर अपने पिता से विरासत में पाकर आज वे पूरी शिद्दत से इसमें लगे हुए हैं।
• मित्रों! कुछ दिन पहले मुझे जी-20 लोगो और भारत के राष्ट्रपति की वेबसाइट का अनावरण करने का अवसर मिला था। इस लोगो का चयन एक प्रतियोगिता के माध्यम से किया गया था। जब मुझे हरिप्रसाद द्वारा भेजा गया यह उपहार मिला, तो मेरे मन में एक और विचार आया।
• मुझे यह देखकर बहुत खुशी होती है कि तेलंगाना के एक जिले में बैठा एक व्यक्ति भी G-20 जैसे शिखर सम्मेलन से कैसे जुड़ा हुआ है। हरिप्रसाद जैसे कई लोगों ने मुझे पत्र भेजा कि इतने बड़े शिखर सम्मेलन की मेजबानी करना देश के लिए दिल को छू लेने वाला है।
• मैं पुणे से श्री सुब्बाराव चिल्लारा और कोलकाता से श्री तुषार जगमोहन द्वारा भेजे गए संदेशों का भी उल्लेख करूंगा। उन्होंने जी-20 के बाद से भारत द्वारा किए गए कई सक्रिय प्रयासों की अत्यधिक सराहना की।