हैदराबाद: कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व सांसद मल्लू रवि (Mallu Ravi) ने तेलंगाना सरकार की ‘दलित बंधु योजना’ (Dalit Bandhu Scheme) की आलोचना की। आरोप लगाया कि यह योजना दलितों के उत्थान के लिए नहीं, बल्कि टीआरएस (TRS) नेताओं के सशक्तिकरण के लिए लागू किया गया है।
पूर्व सांसद मल्लू रवि ने ट्वीट कर कहा, “दलित बंधु के नाम पर टीआरएस पार्टी दलितों को धोखा दे रही है। टीआरएस विधायक ने एक बैठक में खुले तौर पर कहा कि वे दलित बंधु योजना के 10 लाख रुपये टीआरएस पार्टी को वोट देने वालों को देंगे। दलितों को समझ नहीं आ रहा है कि उनके साथ क्या हो रहा है।”
मल्लू रवि ने यह भी आरोप लगाते हुए कहा, “सरकार केवल टीआरएस पार्टी के समर्थकों को दलित बंधु दे रही है। यह दलित बंधु नहीं बल्कि टीआरएस पार्टी बंधु है। यह दलितों का नहीं, बल्कि टीआरएस का सशक्तिकरण है। यह योजना केवल दलित समुदाय के वोट मांगने के लिए शुरू की गई है।”
उन्होंने कहा, “टीआरएस केवल दलितों के वोट पाने के लिए इस योजना को बढ़ावा दे रहे हैं। कांग्रेस पार्टी ने शिक्षा और राजनीतिक क्षेत्रों में एससी के लिए आरक्षण बनाया। संविधान लिखने के लिए कांग्रेस ने बीआर अंबेडकर को मसौदा समिति के अध्यक्ष के रूप में चुना। मैं एक दलित हूं और कांग्रेस पार्टी की वजह से ही मैं पढ़ने और समाज में हर चीज को स्वतंत्र रूप से कर पाने में समर्थ हूं।”
गौरतलब है कि तेलंगाना सरकार ने दलित समुदाय को सशक्त बनाने और उन्हें गरीबी से बाहर निकालने के उद्देश्य से दलित बंधु योजना लागू किया है। इस योजना का विपक्ष आलोचना कर रहते आ रहा है। केवल हुजूराबाद उपचुनाव के समय इस योजना को लागू किया गया। उसके बाद इस योजना पर ठोस कदम नहीं उठाया गया। इस योजना के अंतर्गत दलितों को दस लाख रुपये दिये जाते हैं। इसका उद्देश्य उनका जीवनस्तर सुधारने के काम आये।