हैदराबाद में Selfie Museum, शौकिनों की लग रही हैं कतारें

हैदराबाद: आजकल सेल्फी का क्रेज चल रहा है। सेल्फी के क्रेज में युवा से लेकर बुजुर्ग तक पागल हो गए हैं। सुबह से रात तक सेल्फी लेना और उसे तुरंत सोशल मीडिया पर पोस्ट करना फैशन बन गया है। सेल्फी के दीवानों के लिए शहर में सेल्फी म्यूजियम बन गया हैं। मौका कोई भी हो सेल्फी म्यूजियम के लिए लोगों की कतारें लग रही हैं।

सब कुछ सेल्फी

पूरी दुनिया रील और सेल्फीमय है। किसे भी देखो या कोई भी सोशल मीडिया खोलते हैं तो सोशल मीडिया में सेल्फी की भीड़भाड़ दिखाई देती है। अलग-अलग स्टाइल में फोटो निकालना और पोस्ट करना आम बात हो गई है। अपने स्टाइल और फैशन को चार लोगों के साथ शेयर करना एक ट्रेंड बन गया है। टिप्पणियाँ और प्रशंसा प्राप्त करने के लिए शौकीन फेसबुक पर, व्हाट्सएप पर, इंस्टाग्राम पर अपलोड कर रहे हैं। इससे रील सेल्फी का क्रेज बढ़ गया है। जनता की क्रेज को व्यापारी व्यवसाय में बदल रहे हैं। कुछ जगहों पर 20 बैक ग्राउंड और अद्भुत अवधारणाओं के साथ एक अलग सेल्फी संग्रहालय स्थापित किया गया है।

सेल्फी संग्रहालय

भारत में पहली बार शामीरपेट (हैदराबाद) के पास एक सेल्फी संग्रहालय स्थापित किया गया है। लिहाजा लोग इस सेल्फी म्यूजियम का लुत्फ उठा रहे हैं। वे अच्छी-अच्छी फोटो और स्टिल के साथ अलग-अलग सेल्फी फोटो और वीडियो ले रहे हैं। युवा से लेकर छोटे बच्चे तक टाइम पास करने के लिए दोस्तों और परिवार के साथ आ रहे हैं। क्रेजी, क्रेजी के रूप में अलग-अलग तस्वीरें ले रहे हैं और सोशल मीडिया पर पोस्ट कर रहे हैं।

सेल्फी जीवनशैली का हिस्सा

सेल्फी म्यूजियम के आयोजकों का कहना है कि सेल्फी के क्रेज के कारण एक कारोबार बन गया है। सेल्फी आज के युवाओं की जीवनशैली का हिस्सा बन गई है। एक फोटो को बैकग्राउंड होना चाहिए। इसलिए वे अलग-अलग बैकग्राउंड के साथ एक सेल्फी म्यूजियम स्थापित किया हैं। प्रति घंटे के हिसाब से 500 रुपये प्रति व्यक्ति पर चार्ज किया जा रहा है। परिवार को 12 सौ रुपये प्रति घंटा ले रहे हैं।

आपको बता दें कि इससे पहले हैदराबाद में रेज रूम आरंभ किया गया है। उसे भी पढ़िए।

हैदराबाद: कुछ लोग गुस्सा होने/आने पर चुप हो जाते हैं। कुछ लोग गुस्सा होने/आने पर जोर-जोर से चिल्लाते रहते हैं। कुछ लोग गुस्सा होने/आने पर शारीरिक हमला करते हैं। कुछ लोग गुस्से में अपने हाथ में जो मिले वो या घर की चीजों को तोड़ देते हैं। अब गुस्से में घर की चीजों को तोड़ने की जरूरत नहीं है। हैदराबाद के एक युवक ने एक अभिनव विचार किया है। केवल विचार नहीं किया बल्कि उसे साकार कर दिया है। युवक ने गुस्सा होने वाले से आह्वान किया। कहा ‘हमारे पास आओ और चीजों को तोड़ो और अपना गुस्सा कम करो’।

सूरज पुसर्त नाम के एक युवक ने हैदराबाद में रेज रूम की शुरुआत की। इसे क्रोध (anger) के नाम से भी जाना जाता है। ज्यादातर विदेशों में ऐसे कई कमरे हैं। 25 वर्षीय सूरज इसी तरह की अवधारणा को हैदराबाद में लेकर आया है। उसने इसे माधापुर इलाके में स्थापित किया जहां कई आईटी कर्मचारी हैं। युवक का कहना है कि जब किसी को गुस्सा आता है तो वह यहां आकर चीजों को तोड़ सकते हैं और तनाव दूर कर सकते हैं।

इस रेज रूम में प्रवेश करने के लिए भुगतान करना होगा। पैसे देने के बाद क्रोधित व्यक्ति को कमरे में भेज दिया जाता है। कमरे के अंदर जाने के बाद कोई भी वस्तु तोड़े सकते हैं। वस्तुओं को तोड़ने के लिए एक छड़ी दी जाती है। चीजों को तोड़ते समय हमें चोट लगने से बचने के लिए हेलमेट और जूते और विशेष कपड़े प्रदान किए जाते हैं। इस समय दो रेज रूम बनाए गए हैं और एक समय में सात लोग कमरे में प्रवेश कर सकते हैं। 20 मिनट का समय दिया जाता है। उस समय में जो भी कमर में वस्तु है उसे तोड़ सकते हैं।

टिकट के लिए तीन पैकेज उपलब्ध कराये गये हैं। ‘क्विकी’ नाम के पैकेज की कीमत 1300 रुपए है। इस पैकेज को लेने वालों को सात बोतलें, कीबोर्ड, स्पीकर और इलेक्ट्रॉनिक सामान तोड़ने का मौका मिलता है। ‘रफ डे’ पैकेज की कीमत 1500 रुपये है। इस पैकेज को लेने वालों को 15 बोतलों के दो डिब्बे, प्लास्टिक और इलेक्ट्रॉनिक सामान तोड़ सकते हैं। और 2800 रुपये के ‘रेज मोड’ पैकेज में है। इस पैकेज में वॉशिंग मशीन, टेलीविजन सेट, रेफ्रिजरेटर, ओवन, लैपटॉप जैसे भारी सामान तोड़ सकते हैं।

హైదరాబాద్ లో సెల్ఫీ మ్యూజియమ్స్

ఇపుడంతా సెల్ఫీ క్రేజ్ నడుస్తోంది. చిన్నా, పెద్దా అంతా సెల్ఫీ మోజులో పడిపోయారు. ఉదయం నుంచి రాత్రి వరకు ఏం చేస్తున్నా.. సెల్ఫీ తీసుకోవడం, దాన్ని వెంటనే సోషల్ మీడియాలో పోస్ట్ చేయడం ఫ్యాషన్ గా మారింది. సెల్ఫీ లవర్స్ కోసం సిటీలో సెల్ఫీ మ్యూజియమ్స్ ఏర్పాటవుతున్నాయి. ఏ చిన్న అకేషన్ ఉన్నా సెల్ఫీ మ్యూజియానికి క్యూ కడుతున్నారు.

అంతా సెల్ఫీ మయం

ప్రపంచమంతా రీల్స్, సెల్ఫీ మయమైంది. ఎవరిని చూసినా ఏ సోషల్ మీడియా ఓపెన్ చేసినా అంతా ఇదే హడావిడి నడుస్తోంది. డిఫరెంట్ స్టైల్లో ఫొటో దిగడం పోస్ట్ చేయడం కామన్ అయిపోయింది. తమ స్టైల్ ని, ఫ్యాషన్ ని నలుగురితో ఇలా షేర్ చేసుకోవడం ట్రెండ్ గా మారింది. కామెంట్స్, కాంప్లిమెంట్స్ కొట్టేయడానికి ఫేస్ బుక్ లో అప్లోడ్, వాట్సాప్ లో స్టేటస్, ఇన్ స్టాలో స్టోరీ, రీల్స్ లాంటివి పెడుతున్నారు. దీంతో ఇపుడు రీల్స్ సెల్ఫీస్ కి మస్త్ క్రేజ్ పెరిగింది. వ్యాపారులు పబ్లిక్ క్రేజ్ ను బిజినెస్ గా మార్చుకొంటున్నారు. కొంత ప్లేస్ లోనే 20 బ్యాక్ గ్రౌండ్స్, అద్భుతమైన కాన్సెప్ట్స్ తో డిఫరెంట్ గా సెల్ఫీ మ్యూజియం ఏర్పాటు చేశారు.

సెల్ఫీ మ్యూజియం

ఇండియాలోనే మొదటి సారిగా మన హైదరాబాద్ శామీర్ పేట్ దగ్గరలో సెల్ఫీ మ్యూజియం ఏర్పాటైంది. దీంతో పబ్లిక్ ఈ సెల్ఫీ మ్యూజియంతో ఎంజాయ్ చేస్తున్నారు. మంచి, మంచి ఫోజులు, స్టిల్స్ తో డిఫరెంట్ గా ఫొటోస్, వీడియోస్ తీసుకుంటున్నారు. యూత్ నుంచి చిన్న పిల్లల వరకు, ఫ్రెండ్స్ అండ్ ఫ్యామిలీతో వచ్చి టైం పాస్ చేస్తున్నారు. క్రేజీ, క్రేజీగా తీరొక్క బ్యాక్ గ్రౌండ్ లో ఫొటోస్ దిగి సోషల్ మీడియాలో ఫోస్ట్ చేసుకుంటున్నారు.

యూత్ లైఫ్ స్టైల్లో సెల్ఫీలు ఓ పార్ట్

సెల్ఫీకి ఉన్న క్రేజ్ తో ఇదే బిసినెస్ మారిందని సెల్ఫీ మ్యూజియం నిర్వాహకులు అంటున్నారు. ప్రజెంట్ యూత్ లైఫ్ స్టైల్లో సెల్ఫీలు ఓ పార్ట్ అయ్యాయని అంటున్నారు. ఫోటోకి మస్ట్ అండ్ శుడ్ బ్యాక్ గ్రౌండ్ అని అందుకే డిఫరెంట్ బ్యాక్ గ్రౌండ్స్ తో సెల్ఫీ మ్యూజియం మొదలు పెట్టామంటున్నారు. గంటకు ఒక్కరికి 500 రూపాయలు చార్జ్ చేస్తున్నారు. ఫ్యామిలీ ఐతే గంటకు 12 వందల తీసుకుంటున్నారు. ట్రెండ్ ఏదైనా దాన్ని ఓన్ చేసుకొని బిజినెస్ గా మలుచుకుంటున్నారు చాలామంది. ప్రస్తుతం ఉన్న సెల్ఫీ, రీల్స్ క్రేజ్ ని సెల్ఫీ మ్యూజియం నిర్వాహకులు క్యాష్ చేసుకుంటున్నారు. (Agecies)

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