पेरिस/हैदराबाद : रविवार को अमेरिका के नोआ लाइल्स ने पेरिस ओलंपिक 2024 में इतिहास रचा है। उन्होंने पेरिस ओलंपिक में पुरुषों की 100 मीटर दौड़ में गोल्ड मेडल अपने नाम कर लिया है। इसके साथ ही उन्हें दुनिया के सबसे तेज धावक का खिताब अपने नाम कर लिया है। पेरिस के स्टेड डी फ्रांस में 100 मीटर रेस का फाइनल काफी रोमांचक रहा है। जमैका के किशाने थॉम्पसन को रजत पदक से संतोष करना पड़ा, जबकि अमेरिका के ही फ्रेड केर्ली ने कांस्य पदक जीता है।
यह मुकाबला बेहद कड़ा और रोमांचक रहा है। नोआ लाइल्स ने 9.784 सेकंड में रेस पूरी की। यह उनका व्यक्तिगत रूप से सर्वोत्तम प्रदर्शन भी रहा है। वहीं, थॉम्पसन 9.789 सेकंड के साथ दूसरे स्थान पर रहे है। दोनों धावकों के बीच महज 0.005 सेकंड का अंतर रहा है। इससे यह मुकाबला ओलंपिक इतिहास के सबसे करीबी मुकाबलों में से एक बन गया। 23 साल के थॉम्पसन इस समय दुनिया के सबसे तेज रेसर में शामिल हो गया है।
पुरुषों की 100 मीटर फाइनल का रिजल्ट
गोल्ड: नोआ लाइल्स (यूएसए) – 9.784s
सिल्वर: किशन थॉम्पसन (जमैका) – 9.789s
ब्रॉन्ज: फ्रेड केर्ली (यूएसए) – 9.810s
Also Read-
27 वर्षीय लाइल्स ने धीमी शुरुआत के बावजूद शानदार वापसी करते हुए यह उपलब्धि हासिल की। जीत के बाद लाइल्स ने अपनी खुशी का इजहार करते हुए कहा, “यह वही है जो मैं चाहता था। यह एक कठिन लड़ाई थी, अद्भुत प्रतिद्वंद्वी थे। हर कोई लड़ाई के लिए तैयार था और मैं यह साबित करना चाहता था कि मैं उन सभी में सर्वश्रेष्ठ हूं, मैं भेड़ियों के बीच भेड़िया हूं।”
लाइल्स अब पेरिस खेलों में पुरुषों की 200 मीटर दौड़ में भी स्वर्ण पदक के प्रबल दावेदार हैं। यह मुकाबला भी काफी रोमांचक होने की उम्मीद है। लाइल्स ने पिछले साल की विश्व चैंपियनशिप में उसैन बोल्ट के 200 मीटर के विश्व रिकॉर्ड 19.19 सेकंड को तोड़ने की खुली चुनौती दी थी, लेकिन वह लक्ष्य हासिल करने से चूक गए थे। उन्होंने बुडापेस्ट में 19.52 सेकंड का समय निकालते हुए स्वर्ण पदक जीता था। (एजेंसियां)