हैदराबाद : करीमनगर जिले के हुजूराबाद उपचुनाव के लिए नामांकन का दाखिल करने का मुख्य दौर खत्म हो चुका है। शुक्रवार के आखिरी दिन भारी भरकम नामांकन दाखिल किये गये। प्रमुख पार्टियों के उम्मीदवार ईटेला राजेंदर, ईटेला जमुना (भाजपा), गेल्लू श्रीनिवास यादव (टीआरएस और बाल्मुरी वेंकट (कांग्रेस) ने एक बार फिर अपना नामांकन पत्र जमा किया।
पुलिस ने इस मौके पर हुजूराबाद स्थित आरटीओ कार्यालय में कड़ी सुरक्षा व्यवस्था की थी। अधिकारियों ने बताया कि शुक्रवार आधी रात तक कुल 61 उम्मीदवारों ने 92 नामांकन दाखिल किये हैं। उल्लेखनीय है कि भाजपा, टीआरएस और कांग्रेस उम्मीदवारों को छोड़कर बाकी सभी गैर-मान्यता प्राप्त दल और सभी निर्दलीय हैं।
फील्ड असिस्टेंट जेएसी अध्यक्ष श्यामलय्या ने कहा कि हुजूराबाद उपचुनाव में 12 फील्ड असिस्टेंट चुनाव लड़ रहे हैं। यह उम्मीदवार किसी भी हाल में चुनावी जंग से पीछे नहीं हटेंगे। जिले के तमाम फील्ड सहायक आकर चुनाव प्रचार करेंगे।
शुक्रवार को सुबह करीब 10 बजे बड़ी संख्या में रोजगार गारंटी फील्ड सहायकों ने आरडीओ कार्यालय के पास आंदोलन किया। उन्होंने मुख्यमंत्री केसीआर के खिलाफ नारेबाजी की। पुलिस ने बार-बार जाने की सलाह दी। यदि वह नामांकन करना चाहते हैं तो कार्यालय के अंदर जाये। मगर कानून का उल्लंघन न करे। फिर भी फील्ड सहायकों ने आंदोलन को जारी रखा। जब टीआरएस के उम्मीदवार गेल्लु श्रीनिवास यादव और मंत्री हरीश राव आये तो आंदोलनकारियों ने केसीआर डाउन-डाउन, मंत्री हरीश राव डाउन-डाउन के नारे लगाये।
आपको बता दें कि हुजूराबाद उपचुनाव के लिए 30 अक्टूबर को मतदान होगा। 2 नवंबर को वोटों की गिनती होगी। 11 अक्टूबर को नामांकनों की जांच होगी। 13 तारीख तक नामांकन वापस लिये जा सकते हैं। पूर्व मंत्री ईटेला राजेंद्र के इस्तीफा दिये जाने के चलते हुजूराबाद उपचुनाव अनिवार्य हो गया है। जमीन हड़पने के आरोपों के बाद ईटेला ने विधायक और मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया। इसके बाद में वे भाजपा में शामिल हो गये। विश्लेषकों का मानना है कि ईटेला राजेंदर का पलड़ा भारी है।