हैदराबाद: टीआरएस एमएलसी के कविता को गुस्सा आया। एमएलसी कविता ने निजामाबाद सांसद अरविंद के कल के बयान को सिरे से खारिज कर दिया। कल अरविंद ने कहा था कि कविता ने कांग्रेस के अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे से बात की है। साथ ही कहा था कि यह बात कांग्रेस के एक सचिव ने उनसे यह बात बताई है। कविता ने कहा कि खुद अरविंद कांग्रेस के नेताओं के टच में है। क्योंकि कांग्रेस के सचिव से अरविंद को बात करने की क्या जरूरत है?
एमएलसी ने शुक्रवार को मीडिया से आगे कहा, “अरविंद संकीर्ण सोच वाला इंसान है। चिल्लर बाते करते हैं। अप्रत्याशित रूप से सांसद बन गया है। निजामाबाद में मेरे खिलाफ 186 प्रत्याशी को मैदान में उतारा। अरविंद जैसे व्यक्ति का निजामाबाद से सांसद होना दुर्भाग्यपूर्ण है। संसद में अरविंद का प्रदर्शन जीरो है। हल्दी बोर्ड लाने का झांसा देकर किसानों को ठगा है। अरविंद की फर्जी डिग्री है। मैं इसकी शिकायत राजस्थान यूनिवर्सिटी से करूंगी। अरविंद मेरे खिलाफ कीचड़ उछाल रहा है।”
कविता ने कहा, “कल प्रेस मीट में अरविंद ने मेरे खिलाप अनापशनाप बोला है। अरविंद की भाषा को देखकर लगता है कि क्या इस तरह की राजनीति जरूरी है। ऐसे नेता को देखकर तकलीफ होती है। मैं मुद्दों के बारे में बात करती हूं। ऐसे लोगों के बारे में कभी बात नहीं करती हूं। लेकिन अब अरविंद के व्यवहार को देखकर वह अपनी बात कहे बिना नहीं रह सकती। लातों के भूत बातों से नहीं मानते। अरविंद याद रख फिर से पार्टी बदलने की बात की तो निजामाबाद चौराहे पर जूतों से मारूंगी। मैं इस तरह के शब्द बोलने के लिए तेलंगाना समुदाय से माफी मांगता हूं। अरविंद जहां भी मुकाबला करेगा, मैं उसका पीछा करके उसे हरा दूंगी।”
कविता ने आगे कहा, “मैंने कांग्रेस में शामिल होने के लिए खड़गे से बात की कहना पूरी तरह से गलती है। मैं उस पार्टियों में कैसे शामिल हो सकती हूं जिस पार्टी में तेलंगाना की महक ही नहीं है। केसीआर ही एकमात्र ऐसे नेता हैं जिन पर मुझे पूरा विश्वास है। मेरी राजनीतिक यात्रा केसीआर के साथ है। हां यह सच है कि मुझे बीजेपी से ऑफर मिले थे। शिंदे का मॉडल यहां क्रियान्वयन पर बात की थी। तेलंगाना में शिंदे मॉडल नहीं चलेगा। जय मोदी कहने वालों पर ईडी के छापे नहीं होते हैं। लालू यादव ने एक बार कहा था कि ईडी आईटी और सीबीआई नरेद्र मोदी के दामाद हैं। हम ईडी के हमलों से नहीं डरते। राष्ट्रीय राजनीति में जरूर जाएंगे। कांग्रेस नेताओं के साथ अरविंद क्या काम है? उनसे क्यों बात कर रहे है? क्या आप बीजेपी में रहकर कांग्रेस के लिए काम कर रहे हैं? कांग्रेस के साथ सांठगांठ करके वे निजामाबाद में मेरे खिलाफ जीते हैं।”