हैदराबाद: तेलंगाना ने एक और दुर्लभ उपलब्धि हासिल किया है। विश्व धरोहर स्थल के रूप में रामप्पा मंदिर यूनेस्को ने पहले ही मान्यता दी है। ज्ञात हो कि यादाद्री भुवनेश्वर जिले के भुदान पोचमपल्ली विलेज को सर्वश्रेष्ठ पर्यटन स्थल के रूप में चुना गया है। भूदान पोचमपल्ली को संयुक्त राष्ट्र विश्व पर्यटन संगठन (यूएनडब्ल्यूटीओ) द्वारा आयोजित (सर्वश्रेष्ठ पर्यटन ग्राम) प्रतियोगिता में चुना गया है।

दुनिया भर के 75 देशों के 170 प्रस्तावों में आये। इनमें से हमारे देश के तीन गांवों की सिफारिश की गई थी। मेघालय में कांगथान और मध्य प्रदेश में लगपुराखास प्रतिस्पर्धा में शामिल रहे हैं। विश्व पर्यटन संगठन ने पोचमपल्ली को सर्वश्रेष्ठ पर्यटक गांवों में से एक के रूप में चुना है। यह पुरस्कार पिछले महीने की 2 तारीख को संयुक्त राष्ट्र महासभा में भूदान पोचमपल्ली को प्रदान किया गया था।

पुरस्कार प्राप्त करने के संदर्भ में पर्यटन मंत्री श्रीनिवास गौड़ा और एमडी मनोहर राव मंगलवार को मुख्यमंत्री केसीआर से मुलाकात की। इस दौरान केसीआर ने तेलंगाना पर्यटन और संस्कृति विभाग की सेवाओं की सराहना करते हुए मंत्री श्रीनिवास गौड़ को बधाई दी। शॉल
ओढ़कर सम्मान किया और विश्व पर्यटन संगठन द्वारा जारी पहचान पत्र सौंपा। मुख्यमंत्री ने पर्यटन विभाग के अधिकारियों के प्रयासों की सराहना की।

भूदान पोचमपल्ली की एक ऐतिहासिक पृष्ठभूमि भी है। कहा जाता है कि महात्मा के प्रिय शिष्य विनोबा भावे 1950 के दशक में पोचमपल्ली आए थे। हथकरघा कारीगरों की जन्मस्थली भुदान पोचमपल्ली को माचिस की डिब्बी में समा जाये ऐसी साड़ियों की बुनाई का श्रेय दिया जाता है।
