हैदराबाद: शहर कोरोना के चपेट में आ गया है। पहली और दूसरी लहर से ज्यादा कोविड के मामले सामने आ रहे हैं। शहर के हर हिस्से में कोरना महामारी तांडव कर रहा है। शहर के हर कोने में कोरोना मामलों की संख्या बढ़ते जा रहे हैं। बस्ती, गली, कॉलोनी, गेटवे समुदाय और अन्य इलाकों में कोरोना के मामलों में बढ़ोत्तरी हो रही है।
हैदराबाद में कोरोना पॉजिटिव दर 13 फीसदी को पार कर गया है। यानी हर 100 में से 13 लोग कोरोना संक्रमित हैं। हालांकि कुछ क्षेत्रों में स्थिति और चिंताजनक है। वहां पर 50 फीसदी को पार कर कर गया है। डॉक्टरों का कहना है कि ओमिक्रॉन वेरिएंट के प्रभाव से वायरस का प्रसार बहुत अधिक हो सकता है।
चिकित्सा स्वास्थ्य विभाग के अनुसार, पिछले 24 घंटों में जीएचएमसी में 1,112 लोग कोरोना से संक्रमित हुए हैं। हालांकि सोमवार को शहर के विभिन्न नोडल केंद्रों में 10,000 से अधिक रैपिड एंटीजन परीक्षण किए गए। उनमें से 1,397 लोगों में कोरोना पाया गया।
पुराने शहर के कई हिस्सों में पॉजिटिव फीसदी बड़े पैमाने पर दर्ज किया जा रहा है। हालांकि, अस्पताल में भर्ती होने वालों की संख्या ज्यादा नहीं है। क्योंकि इसमें केवल मामूली लक्षण पाये जा रहे हैं। इसी क्रम में डॉक्टरों ने चेतावनी दी है कि जरा सी भूल खतरा बन सकती है। शहर में बड़ी संख्या में मामले सामने आये और दो फीसदी मरीज अस्पतालों में भर्ती होने पर बेडों की समस्या उत्पन्न हो सकती है।
डॉक्टरों का यह भी कहना है कि ग्रेटर हैदराबाद में मुख्य रूप से ओमिक्रॉन के प्रभाव से कोरोना तेजी से फैल रहा है। अगर घर में एक व्यक्ति वायरस से संक्रमित है, तो बाकी सभी पॉजिटिव हो रहे हैं। छोटे बच्चों में भी कोरोना के लक्षण देखाई दे रहे हैं। ज्यादातर लोग सर्दी, खांसी, बुखार, गले में खराश, बदन दर्द और सूखी खांसी से पीड़ित हैं। कुछ लोगों को सर्दी-खांसी की शुरुआत होन पर भी बिना जांचे-परखे परिवार के सदस्यों के साथ 2-3 दिन बिता रहे हैं। इसके कारण भी कोरोना सभी में फैल सकता है।