हैदराबाद : भाजपा ओबीसी मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ के लक्ष्मण ने हरियाणा के गुरुग्राम में आयोजित भाजपा ओबीसी मोर्चा की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक को संबोधित किया। संबोधन के मुख्यअंश…
“प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कुशल नेतृत्व में देश आंतरिक और बाह्य रूप में सशक्त हुआ है। कोविड की चुनौतियों के बावजूद भारत ने अपनी अर्थव्यवस्था को बनाए रखा और निरंतर प्रगति करने में सफलता पाई है। जी-20 और एससीओ जैसे प्रतिष्ठित अंतरराष्ट्रीय संगठनों की अध्यक्षता ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को विश्व नेता के तौर पर स्थापित किया है। भारत का वंचित-शोषित पिछड़ा वर्ग पहली बार नरेंद्र मोदी जी के नेतृत्व में मुख्यधारा में महसूस कर रहा है।”
“देश की आजादी के बाद भारत का ओबीसी समाज पहली बार एक बड़े स्तर पर नीति निर्माण, नीति निर्धारण, नीति लागू करने और उसकी शत-प्रतिशत सफलता सुनिश्चित करने में भागीदार बना है। राष्ट्रीय पिछड़ा वर्ग आयोग को संवैधानिक दर्जा देना, नीट में ओबीसी समाज को आरक्षण देना और केंद्रीय मंत्रिमंडल में ओबीसी समाज के 27 मंत्रियों को शामिल करना, ये कुछ ऐसे कदम है जिसने साबित किया है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मन-भावना और दिल में देश के 50 फीसदी से ज्यादा की आबादी वाले ओबीसी समाज के लिए कितना अगाध प्रेम और सम्मान है।
प्रधानमंत्री के नेतृत्व में कोविड-19 महामारी के कुशल एवं प्रभावी प्रबंधन को पूरी दुनिया में सराहा गया है। यह मामूली बात नहीं है कि अब तक 219.33 करोड़ टीके लगाए जा चुके हैं। प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना के तहत जन वितरण प्रणाली व्यवस्था के तहत मुफ्त खाद्यान्न योजना की शुरुआत अप्रैल 2020 में की गई थी जो अब भी जारी है। पीएम मोदी के विकास के गुजरात मॉडल की लोकप्रियता का अंदाजा इसी से लगा सकते हैं की सत्ता में लगातार रहते हुए सातवीं बार भारतीय जनता पार्टी 182 में से 156 सीटों पर 53 फीसदी वोटों के साथ जीत दर्ज करती है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निजी टिप्पणियों से कई बार महसूस होता है कि विपक्ष शायद प्रधानमंत्री जी को उनके पिछड़े वर्ग की पृष्ठभूमि का होने के कारण कमतर या नीचा दिखाना चाहती है। कांग्रेस इन दिनों देश में तथाकथित धर्मनिरपेक्ष राजनीति की आड़ में धार्मिक तुष्टिकरण और सामाजिक न्याय की आड़ में जातिवादी कुंठा की अभिव्यक्ति में जी जान से जुटी है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधने के लिए धार्मिक मान्यताओं एवं भावनाओं को ठेस पहुंचाने और अप्रत्यक्ष तौर पर उनकी जातीय सामाजिक पृष्ठभूमि को इंगित कर नीचा दिखाने की विपक्ष की रणनीति की निंदनीय है।
इस साल नौ राज्यों में विधानसभा चुनाव होने हैं जिसमें से त्रिपुरा, मेघालय एवं नागालैंड में चुनाव की प्रक्रिया चल रही है और कर्नाटक, मिजोरम, तेलंगाना, मध्यप्रदेश, राजस्थान एवं छत्तीसगढ़ में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं। इन सभी राज्यों में भारतीय जनता पार्टी अपने देवतुल्य कार्यकर्ताओं की मेहनत की बदौलत जनता के आशीर्वाद प्राप्त कर बड़े बहुमत की सरकार बनाएगी इस बात का हमें पूरा विश्वास है। भाजपा ओबीसी मोर्चा इन सभी राज्यों में विशेष मुहिम चलाकर सामाजिक न्याय के नाम पर जातिवाद की राजनीति करने वाले और धर्मनिरपेक्षता के नाम पर धार्मिक तुष्टिकरण की राजनीति करने वालों को बेनकाब करेगी और भाजपा के लिए बड़ा समर्थन जुटाने का अभियान चलाएगी।
नरेंद्र मोदी की जनोन्मुखी और समावेशी नीति ने समाज व्यवस्था और अर्थव्यवस्था दोनों की नींव मजबूत की है। केंद्र सरकार की तमाम योजनाएं बिना किसी भेदभाव के सभी समाज के गरीब लोगों तक पहुंचाई जा रही हैं। समाज के वंचित शोषित सभी वर्ग चाहे आदिवासी, दलित, पिछड़ा या अति पिछड़ा समाज हों, सभी नरेंद्र मोदी जी के लोक कल्याणकारी आर्थिक नीतियों का लाभ समान रूप से उठाने में सक्षम है।
भ्रष्टाचार रहित विकास की संकल्पना को साकार करने के लिए नरेंद्र मोदी ने डीबीटी को बढ़ावा दिया है। डॉयरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर के माध्यम से आम गरीब जनता के बीच सरकारी योजनाओं के लाभ से जुड़े 22.6 लाख करोड़ रुपए सीधे उनके खाते में पहुंचाए गए हैं। 2014 में भारत दुनिया की दसवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था से अब पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था के रूप में स्थापित हो गया है और आने वाले वक्त में तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने की ओर अग्रसर है।
सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास और सबका प्रयास के विजन के साथ ‘नया भारत’ बनाने के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रयास की हम प्रशंसा करते हैं। भाजपा ओबीसी मोर्चा जल्द ही “घर-घर चलो, गांव-गांव चलो” अभियान की शुरुआत करने वाली है जिसके तहत संगठन अंतिम पंक्ति तक लोगों के बीच पहुंचेगी। भाजपा ओबीसी मोर्चा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को 2024 में एक बार फिर से बड़े बहुमत के साथ प्रधानमंत्री बनाने को लेकर कृत संकल्पित है।”