हैदराबाद : तेलंगाना के मंत्री वेमुला प्रशांत रेड्डी की टिप्पणी को लेकर दोनों तेलुगु राज्यों के बीच गंभीर विवाद पैदा हो गया है। तेलंगाना के मंत्री ने कहा कि द्वीप सीमा (तेलुगु-लंका) में पैदा हुए सभी लोग राक्षस हैं और आंध्र प्रदेश के लोग तेलंगाना विरोधी हैं। उनके बयान के तुरंत वाईएसआर कांग्रेस पार्टी के नेताओं ने जवाबी हमला किया है।
मुख्य रूप से सरकार के मुख्य सचेतक गडिकोटा श्रीकांत रेड्डी, विधायक रोजा और रवींद्रनाथ रेड्डी ने प्रशांत रेड्डी के बयान की कड़ी शब्दों में आलोचना की है। इनके आलोचना के बाद मंत्री प्रशांत रेड्डी की ओर से स्पष्टीकरण दिये जाने के बावजूद दिवंगत सीएम वाईएसआर को तेलंगाना विरोधी और तेलंगाना के लोगों की मौत के लिए जिम्मेदार ठहराते हुए राक्षस कहे जाने को लेकर हो हल्ला मचा है।
इसी क्रम में वरिष्ठ नेता और भाकपा के राष्ट्रीय सचिव नारायणा ने इस मुद्दे पर तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की है। उन्होंने कहा कि मंत्री के भड़काऊ बयान को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। द्वीप सीमा में जन्मे लोगों को राक्षस कहने वाले तेलंगाना के मंत्री प्रशांत रेड्डी की जबान काट दी जाये।
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नारायणा ने कहा कि पानी की समस्या है तो दो सीएम बैठकर बात करते है तो समास्या का समाधान हो जाएगा। उन्होंने आगे कहा कि दोनों मुख्यमंत्री की रात में मुलाकात करते हैं। मगर क्या लोगों की समस्याओं का हल निकालने के लिए एक साथ मिलकर बात नहीं कर सकते हैं?
उन्होंने बताया कि आंध्र प्रदेश के लोगों पर तेलंगाना के मंत्री की ओर से की गई टिप्पणी हुजूरनगर उपचुनाव का एक स्टंट मात्र है। जब भी चुनाव आते है तो केसीआर आंध्र प्रदेश लोगों को कोसना शुरू कर देते हैं। यह चुनाव जीतने की केसीआर की एक चाल है। इसके अलावा कुछ नहीं है।