हैदराबाद: साइबराबाद के सीपी स्टीफन रवींद्र ने कहा है कि मंत्री श्रीनिवास गौड़ की हत्या की साजिश रची गई। स्टीफन ने बुधवार रात को मीडिया से यह बात कही। उन्होंने आगे कहा कि हत्या के लिए 15 करोड़ रुपये में सुपारी सौदा होने का पता चला है। इस मामले में 26 मई को तीन लोगों को गिरफ्तार किया गया था, जबकि पांच अन्य को बुधवार को दिल्ली के जितेंद्र रेड्डी सर्वेंट क्वार्टर से गिरफ्तार किया गया। इनके पास से 9 एमएम की रिवॉल्वर और कारतूस बरामद की गई।
सीपी ने कहा, “महबूबनगर निवासी चलुवग राघवेंद्र राजू उर्फ रघु (47) और रंगारडेड्डी जिले के गगनपहाड़ निवासी फारुख के साथ मिलकर श्रीनिवास गौड़ की हत्या के लिए षड्यंत्र रचा है। फारुख या किसी अन्य से हत्या कराने का प्लान बनाया। इसके लिए 15 करोड़ देगे। फारुख ने इसके बारे में महबूबनगर टीचर्स कॉलोनी निवासी और गोल्ड शॉप के मालिक गुलाम हैदर अली को बताई। इसके चलते हत्या गिरोह के बाकी सदस्यों ने हत्या की साजिश का खुलासा होने के संदेह के चलते फारूक और हैदर अली की हत्या करने की योजना बनाई।”
उन्होंने बताया, “फारूक और हैदर अली पिछले महीने की 23 तारीख को मेडचल जिले के पेट्टबशीराबाद पहुंचे। सुचित्रा में लॉज में आश्रय लिया। 25 फरवरी को लॉज से बाहर आये। उसी समय महबूबनगर जिले के नागराजू, बंडेकर विश्वनाथ राव, वर्ल यादय्या ने मिलकर तेज हथियार से इन दोनों पर हमला किया। फारुख और हैदर अली फारूक और हैदर अली उनके चंगुल से भाग गये और पेटबशीराबाद थाने में शिकायत दर्ज कराई। इसी शिकायत के आधार पर 26 फरवरी को नागराजू, विश्वनाथ राव और यदय्या को पुलिस ने गिरफ्तार किया रिमांड पर भेज दिया।”
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स्टीफन रवींद्र ने बताया कि नागराजू के शिकायत के आधार पर राघवेंद्र राजू, मुन्नूर रवि, अमरेंदर और मधुसूदन राजू ने मिलकर श्रीनिवास गौड़ की हत्या की साजिश रची है। “नागराजू के गिरोह की गिरफ्तारी की खबर मिलते ही राघवेंद्र राजू समेत तीनों आरोपी महबूबनगर से विशाखापट्टणम और वहां से दिल्ली भाग गये। दिल्ली पूर्व सांसद जितेंद्र रेड्डी ने सर्वेंट क्वार्टर में ली शरण। जितेंद्र रेड्डी के पीए राजू, ड्राइवर थापा ने आरोपी को पनाह दी।”
सीपी ने कहा कि पूर्व सांसद जितेंद्र रेड्डी की भूमिका की भी जांच की जाएगी। पूर्व सांसद जितेंदर रेड्डी की भूमिका पर भी जांच कर रहे हैं। मधुसूदन और अमरेंद्र ने जो 15 करोड़ रुपए सुपारी की बात कही वह रकम कहां से लाया जाएगा। इसकी भी जांच की जा रही है। हत्या की योजना कहां बनाई गई थी इसकी जांच की जा रही है। इसके अलावा प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से कौन है इसकी भी जांच की जा रही है। साइंटिफिक एविडेंस के जरिए क्या डीके अरुणा के साथ और किसी के संबंध के बारे में जानकारी जुटा रहे है। इसी क्रम में आबकारी मंत्री श्रीनिवास गौड़ा की हत्या की साजिश का खुलासा होने के बाद तेलंगाना में हड़ंकप मच गया है। नेताओँ के आरोप-प्रत्यारोप जारी है।