यूक्रेन में फंसे तेलंगाना के ये छात्र, बंडी संजय ने कहा- “मोदी सरकार हैं उनके साथ”

हैदराबाद : रूस-यूक्रेन के बीच चल रहे युद्ध के मद्देनजर वहां फंसे भारतीयों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। तनावपूर्ण स्थिति के चलते यूक्रेन हवाई अड्‍डा बंद किये जाने के कारण न स्वदेश लौट पा रहे हैं और न ही वहां रुक पा रहे हैं। इसके मद्देनजर स्वदेश लौटने की तैयारी कर रहे भारतीय छात्र यूक्रेन के कीव हवाई अड्डे पर फंस गये।

इसी क्रम में तेलंगाना भाजपा के अध्यक्ष बंडी संजय को उनके परिजनों के माध्यम से 20 भारतीय छात्रों के बारे में पता चला है। संजय ने इस प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने तुरंत विदेश मंत्री जयशंकर को पत्र लिखकर यूक्रेन में फंसे छात्रों को तुरंत स्वदेश लेकर आने के लिए आवश्यक कदम उठाने का आग्रह किया है।

रूस-यूक्रेन तनाव के मद्देनजर यूक्रेन में भारतीय छात्रों की तत्काल वापसी के लिए पहले ही यूक्रेन में भारतीय दूतावास निर्देश जारी कर चुका है। इसके चलते भारतीय छात्र गुरुवार को कीव हवाईअड्डे पर पहुंच गये। मगर सरकार ने इनके पहुंचने से पहले ही हवाई अड्डे को बंद कर दिया। परिणामस्वरूप 20 छात्र हवाईअड्डे पर फंसे गये। अब ये छात्र न भारत आ पा रहे और न ही विश्वविद्यालय जा सक रहे हैं।

इनमें तेलंगाना के छात्र कडारी सुमांजलि (करीमनगर), रम्याश्री, एन श्रीनिधि, लिखिता, भवानी (मेटपल्ली) अन्य शामिल हैं। ये सभी यूक्रेन के जाफ्रोजिया मेडिकल यूनिवर्सिटी (Jafrozia Medical University) में मेडिसिन की पढ़ाई कर रहे हैं। हवाई अड्डे पर फंसे होने के बारे में कडारी सुमांजलि ने अपने भाई स्वामी को फोन किया और घटना के बारे में बताया। उसने यह भी बताया कि उन्हें कहीं पर भी जाने नहीं दिया जा रहा है। ना खाने को है और ना ही रहने को है।

इनके अलावा यादगिरीगुट्टा के छात्र भी यूक्रेन में फंसे होने की बात सामने आई है। मेडिसिन की पढ़ाई करने गये यादगिरीगुट्टा निवासी गंजी भानुप्रसाद और शेषफणीचंद्र तीन साल पहले यूक्रेन गये। आज स्वदेश आने के लिए एअरपोर्ट गये तब अधिकारियों ने बताया कि हवाई अड्डा बंद किया गया है। इसके चलते ये छात्र वहां पर फंस गये हैं।

इस बीच रूसी सेना द्वारा कीव हवाई अड्डे पर कब्जा करने के बाद ये छात्र कॉलेज लौट गये। हालांकि, माता-पिता चिंतित हो गए जब उन दोनों ने अपने परिजनों को फोन किया कि किसी भी क्षण न जाने क्या होगा। तेलंगाना के छात्र यूक्रेन में फंस जाने की बात का बंडी संजय पता चला तो उन्होंने तुरंत प्रतिक्रिया दी। संजय ने विदेश मंत्रालय कोपत्र लिखा जिसमें यूक्रेन में फंसे भारतीय छात्रों की दुर्दशा का वर्णन किया और उन्हें तुरंत वापस ले आने के लिए कदम उठाने का आग्रह किया।

बंडी संजय ने इस अवसर पर एक वीडियो संदेश जारी किया। उन्होंने कहा कि रूस-यूक्रेन युद्ध के मद्देनजर भारतीयों को चिंता करने की कोई जरूरत नहीं है। नरेंद्र मोदी की नेतृत्व वाली केंद्र सरकार यूक्रेन में पढ़ रहे सभी भारतीय छात्रों को वापस ले आने के लिए हर संभव कदम उठा रही है। उन्होंने कहा कि वह पहले से ही विदेशी दूतावास के अधिकारियों के साथ संपर्क कर रहे हैं। यूक्रेन में तेलंगाना के कितने छात्र हैं? हम उनके प्रत्यर्पण के लिए उठाए जाने वाले कदमों पर विदेश मंत्रालय के साथ बातचीत कर रहे हैं।

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