हैदराबाद: अखिल भारतीय साहित्यकार सम्मेलन दतिया (मध्य प्रदेश) में भव्य रूप से सम्पन्न हुआ। इस सम्मलेन पंद्रह राज्यों के अस्सी साहित्यकारों ने भाग लिया और विचार व्यक्त किये। लगभग सभी साहित्यकारों ने हिंदी महोत्सव के बार-बार आयोजन पर बल दिया।
“दतिया (मध्य प्रदेश) की पावन धरती पर पंद्रह राज्यों से आए समस्त साहित्यकारों को देखकर लघु भारत के दर्शन हो रहे हैं। हिंदी महोत्सव होते रहने चाहिए। साहित्यकार ही समाज के विभिन्न अंगों को दुरुस्त करने का काम करता है। इसलिए प्रत्येक साहित्य साधक अपनी भूमिका का सतत निर्वाह करता रहे। इस बार अगर कोई कमी रह जाती है तो अगले वर्ष यह आयोजन और भव्य रहेगा। यह मां पीतांबरा की नगरी और डॉ नरोत्तम मिश्रा की कर्मभूमि है। यहां सदैव साहित्य साधकों का सम्मान सर्वोच्च रहेगा।”उक्त विचार हिंदी महोत्सव के अंतर्गत मासिक साहित्यिक पत्रिका आदित्य संस्कृति द्वारा आयोजित अखिल भारतीय साहित्यकार सम्मेलन के उद्घाटन सत्र में जीवाजी विश्वविद्यालय के पूर्व कुलसचिव डॉ आनंद मिश्र ने मुख्य अतिथि की आसंदी से व्यक्त किये।
विशिष्ट अतिथि के रूप में रतन मेगा मॉल के संचालक अमित अग्रवाल, जनपद पंचायत सीईओ गिरिराज दुबे, लार्ड कृष्णा कॉलेज के संचालक सुमित रावत, एलएफआई के संचालक जतिंदर सिंह, महिला बाल विकास अधिकारी अरविंद उपाध्याय और निजामाबाद से वरिष्ठ साहित्यकार श्रीमन्नारायणचारी विराट उपस्थित रहे। अतिथियों द्वारा दीप प्रज्वलन के बाद सत्र संयोजक विनोद मिश्र ने स्वागत भाषण दिया।
अतिथियों का स्वागत आदित्य संस्कृति पत्रिका के संपादक भानु शर्मा, आयोजन मण्डल से मनीराम शर्मा, पूरन चंद शर्मा, एसडी शर्मा, ऋषिराज मिश्रा, अजय शर्मा और संतोष दांगी ने स्वागत किया। मुख्य वक्ता के रूप में कार्यक्रम संयोजक जगत शर्मा ने वर्तमान परिप्रेक्ष्य में साहित्यकारों की भूमिका विषय पर अपने विचार व्यक्त किए। सत्र संचालन प्रसिद्ध रंगकर्मी कपिल मुड़िया ने किया। वहीं आभार भानु शर्मा द्वारा व्यक्त किया गया। यह कार्यक्रम ग्वालियर के गीतकार स्मृति शेष राम प्रकाश अनुरागी, दतिया की साहित्यकार स्मृति शेष डॉक्टर आशा मिश्रा और झांसी के साहित्यकार स्मृति शेष राकेश वीर कमल जी को समर्पित किया गया।
साहित्यकार सम्मेलन के प्रथम सत्र में स्मृति शेष मानस प्रवक्ता पं. बृजेन्द्र भूषण शर्मा को समर्पित “भाषा भूषण सम्मान” ऋषिकेश उत्तराखण्ड के स्वर्गाश्रम पीठाधीश्वर बाबा कल्पनेश को प्रदान किया गया। अखिल भारतीय साहित्यकार सम्मेलन का शुभारंभ परिचय सत्र से किया गया जिसमें विभिन्न राज्यों से आए लगभग 80 साहित्यकारों ने मंच पर आकर अपना-अपना साहित्यिक परिचय प्रस्तुत किया। इस सत्र की अध्यक्षता महिला बाल विकास अधिकारी अरविंद उपाध्याय ने की। वहीं अतिथि के रूप में जनपद उपाध्यक्ष श्रीमती रामली दांगी उपस्थित रहीं। विशिष्ट अतिथि के रूप में हैदराबाद तेलंगाना से आई साहित्यकार श्रीमती सरिता सुराणा, श्रीमन्नारायणचारी विराट निजामाबाद से, झांसी से आए साहित्यकार श्याम नारायण नायक, सीहोर मध्य-प्रदेश के गीतकार गीतेश्वर बाबू घायल, झांसी के साहित्यकार राजेश तिवारी उपस्थित रहे।
कार्यक्रम का संचालन अरविंद श्रीवास्तव ने किया। वहीं स्वागत भाषण सत्र संयोजक अमित महाजन द्वारा प्रस्तुत किया गया। सत्र के अंत में ऋषि राज मिश्रा द्वारा आभार व्यक्त किया गया। हिंदी महोत्सव के अंतर्गत आयोजित अखिल भारतीय साहित्यकार सम्मेलन का मूल विषय ‘वर्तमान परिप्रेक्ष्य में साहित्यकारों की भूमिका’ विषय पर तीन सत्र रखे गए। पहले सत्र में ‘वर्तमान राजनीतिक परिप्रेक्ष्य में साहित्यकारों की भूमिका’, ‘वर्तमान सामाजिक परिप्रेक्ष्य में साहित्यकारों की भूमिका’ और ‘वर्तमान सांस्कृतिक परिप्रेक्ष्य में साहित्यकारों की भूमिका’ पर चिंतन किया गया। इन तीन सत्रों की अध्यक्षता क्रमशः डॉ निलय गोस्वामी, डॉ डी आर राहुल और डॉ मीना श्रीवास्तव जी ने की। इन सत्रों में अतिथि के रूप में सुविख्यात साहित्यकार और प्रशासनिक अधिकारी अंशु सिंह, ग्वालियर रजिस्ट्रार डॉ दिनेश गौतम, विनीत त्रिपाठी उपस्थित रहे।
वहीं विशिष्ट अतिथि के रूप में सुनीता लुल्ला हैदराबाद, डॉ राजेंद्र गुप्ता भोपाल, रीता अरोरा नई दिल्ली, डॉ प्रतिभा त्रिवेदी ग्वालियर, डॉ आनंद जैन अकेला कटनी, सरिता सुराणा हैदराबाद, डॉक्टर आशा गुप्ता अंडमान निकोबार, डॉक्टर सुधा सिंह ग्वालियर, डॉ उषा शाह कोलकाता, डॉक्टर प्रदीप मिश्रा मेरठ, डॉक्टर आरके तिवारी मतंग, अयोध्या, डॉक्टर शैलेंद्र शरण खंडवा, डॉ कृष्णा सिंह ग्वालियर, डॉ मीना परिहार पटना, डॉ मंजू लता आर्य ग्वालियर, रामनिवास तिवारी निवाड़ी उपस्थित रहे। इन सत्रों का संयोजन क्रमशः एसडी शर्मा, डॉ हेमंत जैन और डॉक्टर बबीता अग्रवाल ने किया। वहीं संचालन आदित्य संस्कृति पत्रिका के संपादक भानु शर्मा, डॉ श्याम बिहारी पचौरी और हरिहर समाधिया ने किया। आभार राज गोस्वामी ने व्यक्त किया।
आयोजन के अंतर्गत डा अन्नपूर्णा भदौरिया जी की स्मृति में पचास साहित्यकारों समेत कुल पचासी साहित्य साधकों को सम्मानित किया गया। अखिल भारतीय साहित्यकार सम्मेलन में स्मृति शेष डॉक्टर अन्नपूर्णा भदोरिया की स्मृति में आदित्य संस्कृति पत्रिका द्वारा लगभग 50 साहित्यकारों को सम्मानित किया साथ ही भाषा गौरव सम्मान विभिन्न राज्यों से आए हुए साहित्य साधकों को प्रदान किया गया जिससे कुल मिलाकर विभिन्न सत्रों के माध्यम से पचासी साहित्यकारों को आयोजन में सम्मानित किया गया। कार्यक्रम के अंतिम सत्र में अखिल भारतीय कवि सम्मेलन का आयोजन किया गया। जिसमें मुख्य अतिथि के रूप में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक कमल सिंह मोर्य उपस्थित रहे, वहीं अध्यक्षता साहित्यकार रवि ठाकुर ने की। विशिष्ट अतिथि के रूप में डॉ श्याम सुंदर तिवारी खंडवा, डॉ सुमन मिश्रा झांसी, डॉ प्रमोद दीक्षित मलाई बांदा, डॉ अशोक राय बस से जयपुर, डॉ रमेश कटारिया पारस ग्वालियर, श्रीमती प्रेरणा परमार मुरैना और प्रभात कुमार सिन्हा बिहार उपस्थित रहे। अखिल भारतीय कवि सम्मेलन का संचालन अक्षत श्रीवास्तव, नेहा सोनी और आदित्य शर्मा ने किया। वही सत्र संयोजक पवन तूफान रहे, आभार भानु शर्मा ने व्यक्त किया।
अखिल भारतीय कवि सम्मेलन में डॉक्टर कमलेश शर्मा इटावा, डॉ अतुल बाजपेई लखनऊ, गीतेश्वर बाबू घायल सीहोर ,बाबा कल्पनेश ऋषिकेश, डॉ बबीता अग्रवाल सिलीगुड़ी, डॉ आर के तिवारी मातंग अयोध्या, अशोक राय जयपुर, श्रीमन नारायण चारी निजामाबाद, बालकवि शुभादित्य शर्मा दतिया, श्यामसुंदर तिवारी खंडवा, शैलेंद्र शरण खंडवा, निशा गुप्ता दार्जिलिंग, डॉ मीना श्रीवास्तव ग्वालियर, प्रमोद दीक्षित मलय बांदा, डॉक्टर गजेंद्र सिंह परमार भिंड, रामनिवास तिवारी निवाड़ी, डॉक्टर प्रदीप मिश्रा मेरठ, शिव कुमार गौरव ग्वालियर, अशोक मिश्रा झांसी, डॉ रमेश कटारिया पारस ग्वालियर, डॉक्टर प्रतिभा पाराशर हाजीपुर, बिहार कमलेकर नागेश्वरराव तेलंगाना, सरिता सुराणा हैदराबाद, सुनीता लुल्ला हैदराबाद, ज्योति सिन्हा मुजफ्फरपुर बिहार, मिंटू शर्मा असम बिहार, डॉक्टर मीना परिहार पटना, आनंद जैन अकेला कटनी, डॉक्टर अरुण नगर उरई, पुष्पा मिश्रा आनंद ग्वालियर, अर्चना सिंह चौहान कानपुर, राजेश तिवारी मक्खन झांसी, डॉक्टर प्रतिभा त्रिवेदी ग्वालियर, राम लखन शर्मा ग्वालियर, संगीता सागर मुजफ्फरपुर, डॉक्टर आशा गुप्ता पोर्ट ब्लेयर, डॉ रीता जय हिंद दिल्ली, आनंदपाल सिंह भदोरिया ग्वालियर, अल्पना नारायण चकोरी बरेली, डॉक्टर उषा शाह कोलकाता, स्वरूप दिनकर आगरा, डॉक्टर अमित शर्मा महासमर शिवपुरी, डॉक्टर पवन तूफान झांसी, डॉ अशोक मिश्रा झांसी, मनोज फगवाड़ा पंजाब, संध्या निगम झांसी, मंजू लता आर्य ग्वालियर, उदयभान रजक ग्वालियर, प्रतिमा दुबे ग्वालियर, अक्षय दुबे ग्वालियर, राखी शर्मा शिवपुरी, मेजर रविंद्र परमार भिंड, मोहित माहौल झांसी, सीमा मंजरी मेरठ आदि साहित्यकारों ने काव्य पाठ किया।
कार्यक्रम के अंत में कार्यक्रम संयोजक जगत शर्मा ने सभी का आभार व्यक्त किया। कार्यक्रम के सफल एवं सार्थक आयोजन हेतु सभी साहित्यकारों की ओर से सरिता सुराणा ने आयोजकों का आभार व्यक्त किया।