हैदराबाद: विशेषज्ञ समिति ने बताया है कि उस्मानिया अस्पताल की इमारत अब अस्पताल के लिए उपयुक्त नहीं है। समिति ने सुझाव दिया कि भवन की मरम्मत की जानी चाहिए और अन्य उद्देश्यों के लिए उपयोग किया जाना चाहिए।
समिति ने स्पष्ट किया है कि अगर इसे अस्पताल के रूप में इस्तेमाल करना है तो बुनियादी ढांचा मुहैया कराना होगा। मुख्य रूप से ऑक्सीजन, पेयजल, सीवेज और गैस पाइपलाइन बिछानी होगी। विशेषज्ञ समिति ने निष्कर्ष निकाला कि यदि भवन को अस्पताल के लिए उपयोगी बनाने के लिए मरम्मत की जाती है तो यह क्षतिग्रस्त हो जाएगा।
विशेषज्ञ समिति की रिपोर्ट तेलंगाना के महाधिवक्ता की ओर से तेलंगाना उच्च न्यायालय को सौंपा गया। विशेषज्ञ रिपोर्ट पर सरकार के फैसले के लिए समय सीमा देने को उच्च न्यायालय से आग्रह किया।
उच्च न्यायालय ने साफ किया है कि याचिकाकर्ता रिपोर्ट का अध्ययन करने के बाद सुनवाई करेंगे। कोर्ट ने उस्मानिया अस्पताल की इमारत को लेकर अगली सुनवाई 25 अगस्त तक के लिए स्थगित कर दी है।