हैदराबाद : चंद्रम्मा…विकाराबाद जिले के कुलकचर्ला मंडल के पुट्टपहाड गांव निवासी है। वह अब जीवित है। मगर चंद्रम्मा की एक साल पहले ही मृत्यु हो जाने के फर्जी दस्तावेज बनाये गये। फर्जी दस्तावेज की मदद से रैतु (किसान) बीमा योजना के लिए आवेदन किया और 5 लाख रुपये स्वाह कर गये। आरोप है कि यह सब उसी गांव के टीआरएस नेता और रैतु बंधु समन्वय समिति के समन्वयक बी राघवेंद्र रेड्डी ने किया है।
मिली जानकारी के अनुसार, चंद्रमा के पास गांव के बाहरी इलाके में 30 गुंटा जमीन है। राघवेंद्र रेड्डी ने ग्राम पंचायत से एक प्रमाण पत्र बनवाया, जिसमें लिखा गया कि 14 सितंबर 2020 चंद्रम्मा की मौत हो गई। प्रमाण पत्र पर पंचायत सचिव भास्कर गौड़ के फर्जी हस्ताक्षर किया है।
इसके बाद में राघवेंद्र रेड्डी ने चंद्रमा के बेटे बालय्यया को बिना बताये अपने साथ कुलकचर्ला कृषि कार्यालय ले गया और रैतु बीमा मुआवजे के लिए आवेदन किया। एईओ सत्तार और एओ वीरस्वामी ने बिना इंक्वारी किए रैतु बीमा राशि की मंजूरी के लिए सिफारिश की। उसी साल 9 दिसंबर को किसान बीमा योजना के तहत चंद्रमा के बेटे बालय्या के बैंक खाते में 5 लाख रुपये जमा हो गये।
हालांकि राघवेंद्र रेड्डी ने बालय्या को विश्वास दिलाया कि खाते में जमा की गई रकम उसके द्वारा बेची गई धान की हैं। इसके बाद राघवेंद्र रेड्डी ने बालय्या को एक दिन बैंक में ले जाया गया और कुलकचर्ला हार्डवेयर दुकान के प्रबंधक मधु के नाम 4 लाख रुपये और गाधिर्याला मल्लेश के एक व्यक्ति के खाते में 1 लाख रुपये ट्रांसफर करवाया।
इसी क्रम में चंद्रम्मा के नाम पर रैतु-बंधु रुक जाने से बालय्या ने कार्यालय जाकर पूछताछ की। अधिकारियों ने बताया कि चंद्रम्मा की मृत्यु हो जाने के कारण किसान बीमा राशि दी गई। इसके चलते बाद रैतु-बंधु नहीं दी सकती है। मां की मौत के बारे में सुनकर बालय्या अचंबित रह गया। उसने बताया कि उसकी मां तो जीवित है। बालय्या ने इस बात को लेकर पंचायत बिठाई। तब जाकर सच्चाई का खुलासा पता चला।
इस बारे में एओ वीरस्वामी को पता चला तो उसने गांव में आकर पूछताछ की। तब उसे पता चला है कि चंद्रम्मा की मौत का प्रमाणपत्र और पंचायत सचिव का हस्ताक्षर जाली है। इस अवसर पर वीरस्वामी ने कहा कि फर्जी प्रमाणपत्र बनाने वाले राघवेंद्र रेड्डी और मां की फर्जी प्रमाणपत्र के साथ किसान बीमा के लिए आवेदन करने वाले बालय्या के खिलाफ पुलिस थाने में शिकायत दर्ज करवाया जाएगा।