हैदराबाद: इस दुनिया में अनेक विचित्र घटनाएं देखने को मिलती है। इतनी विचित्र होती है कि आंखों के सामने दिखने पर भी विश्वास नहीं होता है। ऐसी ही एक घटना तेलंगाना के निर्मल जिले में देखने भी विश्वास नहीं होता है। मगर है सच्च।
मौनिका, मौनिका और मौनिका तीन पक्की सहेलियां है। अर्थात तीनों का एक ही नाम है, एक ही मंडल, एक ही क्लास, एक ही स्कूल, एक ही कोर्स, एक ही नौकरी, एक ही कार्यालय में जॉब्स और एक पद पर कार्यरत हैं।
हां इनमें एक फर्क जरूर है। वह यह है कि एक है- मोरे मौनिका, दूसरी है- सिब्बुल मौनिका और तीसरी है- कुंटा मौनिका। इन तीनों की पढ़ाई निर्मल जिले के लोकेश्वर मंडल के शारदा विद्या मंदिर में हुई हैं। तीनों ने भी एक ही जॉब हासिल किया। खास बात यह है कि इस समय तीनों का कार्यालय भी एक ही हैं।
ये तीनों मौनिका साल 2014 में एग्रीकल्चर डिप्लोमा पूरा किया। साल 2017 में तीनों का भी मंडल कृषि विस्तार अधिकारी के रूप में चयन किया गया। एक ही मंडल में नौकरी मिल जाने से एक ही कार्यालय में कार्य कर रहे हैं। एक ही नाम, एक ही स्कूल, एक ही नौकरी, एक ही कार्यालय में हैं।
सुनने वालों को यह अजीब और दिलचस्प लगता है। शुरू में तो बहुत से लोग भ्रमित हो गये। मगर बाद में उपनाम (तेलुगु-इंटीपेरु) से पुकारने से लोगों का भ्रम दूर हो गया। तीनों मौनिका कहती है कि एक साथ और एक जगह काम करके बहुत खुश हैं!