हैदराबाद: केंद्र सरकार की ओर से पेट्रोल पर उत्पाद शुल्क में 5 रुपये और डीजल पर 10 रुपये की कटौती किये जाने के चलते 17 राज्यों और 7 केंद्र शासित प्रदेशों ने भी वैट कम किया है। तेलंगाना समेत अन्य राज्यों ने वैट को कम नहीं किया। वैट को कम किये गये ज्यादातर राज्यों में एक लीटर पेट्रोल 100 रुपये से भी कम दामों पर मिल रहा है।
इसी क्रम में तेलंगाना में एक लीटर पेट्रोल की कीमत 108.20 रुपये है, तो हमारे पड़ोसी राज्य कर्नाटक में यह 100.14 रुपये है। तेलंगाना सबसे अधिक पेट्रोल दरों वाले राज्यों की सूची में चौथे स्थान पर है। इसके चलते तेलंगाना की जनता को उत्पाद शुल्क में से ही राहत मिली है। मुख्यमंत्री केसीआर ने स्पष्ट किया कि पेट्रोल और डीजल पर वैट कम नहीं किया जाएगा।
सबसे अधिक राजस्थान में पेट्रोल पर 111.10 रुपये प्रति लीटर वसूल किया जा रहा है। इसके बाद आंध्र प्रदेश में 110.71 रुपये है। महाराष्ट्र में पेट्रोल की कीमत 110.33 रुपये है। डीजल पर सबसे ज्यादा दाम (94.62 रुपये प्रति लीटर) वाले राज्यों की सूची में तेलंगाना दूसरे नंबर पर है। राजस्थान हमसे आगे है। वहां पर एक लीटर डीजल की कीमत 95.71 रुपये है।
बीजेपी और उसके सहयोगी राज्यों में ही पेट्रोल और डीजल पर वैट को अधिकतर घटा दिया है। कांग्रेस शासित राज्यों में पंजाब ने थोड़ी देरी में पेट्रोल पर 10 रुपये और डीजल पर 5 रुपये कम करते हुए फैसला लिया है। इसके चलते पंजाब में एक लीटर पेट्रोल 95.50 रुपये कम हुआ है। डीजल की कीमत घटकर 83.02 रुपये हो गई है। हालांकि 12 राज्यों ने वैट को कम नहीं किया है।
तेलंगाना, आंध्र प्रदेश, पश्चिम बंगाल, महाराष्ट्र, राजस्थान, ओडिशा, छत्तीसगढ़, दिल्ली, तमिलनाडु, केरल, मेघालय और झारखंड ने वैट को कम नहीं किया हैं। यहां तक कि केंद्र शासित प्रदेश अंडमान निकोबार ने भी अभी तक इस पर फैसला नहीं लिया है। दूसरी ओर केंद्र सरकार ने जब से उत्पाद शुल्क में कमी की है तब से पेट्रोल के दाम नहीं बढ़े हैं। आंध्र प्रदेश सरकार ने एक बयान में स्पष्ट किया है कि वह पेट्रोल और डीजल के दामों को क्यों कम नहीं कर रही है।