हैदराबाद: पक्के प्लान के साथ अदालत परिसर से फरार उम्रकैद की सजा भुगत रहा एक कैदी तकनीकी मदद से पकड़ा गया। पुलिस ने बताया कि यह घटना गुरुवार को नालगोंडा जिले के मिर्यालगुडा कोर्ट परिसर में घटी है।
उन्होंने बताया कि आंध्र प्रदेश के कृष्णा जिले के कंकीपाड़ा मंडल के दावुलूर निवासी ऐतम रविशंकर एक हत्या के मामले में 2019 से चर्लापल्ली जेल में उम्रकैद की सजा काट रहा है। इसी बीच रविशंकर को पता चला कि 2019 में नलगोंडा जिले के वाडपल्ली थाने में उसके खिलाफ दर्ज धोखाधड़ी के मामले की सुनवाई के लिए उसे 5 मई को मिर्यालगुडा कोर्ट जाना है।
इसी समय उसने फरार होने की योजना बनाई। उसने श्रीधर नामक एक कैदी से दोस्ती की और उसके रिश्तेदारों से परिचय बढ़ाया। उसने श्रीधर के रिश्तदारों से विश्वास दिलाया कि उसके परिचित वकील से श्रीधर को जमानत दिलवाएगा। उसने उनसे कहा कि 5 मई को अदालत आये।
योजना के अनुसार श्रीधर के परिजन कार में कोर्ट पहुंच गये। उधर पुलिस ने रविशंकर को आरटीसी बस से मिर्यालगुड़ा लेकर आये और कोर्ट में पेश किया। पेशी के बाद रविशंकर ने पुलिस से रिश्तेदारों से बातचीत करने का अनुरोध किया। पुलिस की अनुमति से रविशंकर श्रीधर के रिश्तेदारों के पास गया और उनसे बात करते-करते कार में बैठकर फरार हो गया।
यह देख एस्कॉर्ट स्टॉफ ने तुरंत मिर्यालगुडा पुलिस में शिकायत दर्ज कराई। कार चालक के पास सेलफोन मौजूद था। सेलफेन के आधार पर पुलिस ने लोकेशन का पता लगाया। वह प्रकाशम जिले की ओर जा रहा था। गुरजाला पहुंचे के बाद वह फोन स्विच ऑफ हो गया।
इसके बाद पुलिस ने कार के नंबर पर लगे फास्टैग पर ध्यान केंद्रित किया। आधी रात के बाद प्रकाशम जिले के टंगुटूरु टोल प्लाजा के पास फास्टैग का बिल काटते देखा गया। उन्होंने तुरंत पुलिस को इस बारे में सूचित किया और रविशंकर को गिरफ्तार कर लिया।