हैदराबाद: तेलंगाना सरकार और राज्यपाल के बीच दूरी के मुद्दे पर तमिलिसाई सौंदरराजन ने एक बार फिर अहम टिप्पणी की है। तेलंगाना की राज्यपाल जो इस समय दिल्ली के दौरे पर हैं, ने बुधवार को प्रधानमंत्री मोदी से मुलाकात की। इसके बाद में राज्यपाल ने मीडिया के सामने तेलंगाना सरकार पर महत्वपूर्ण टिप्पणी की है।
राज्यपाल ने कहा, “संविधान का राजभवन को सम्मान करना चाहिए। सीएम कभी भी मेरे ऑफिस आ सकते हैं। क्या सरकार के मुख्य सचिव को राज्यपाल के प्रोटोकॉल की जानकारी नहीं है? राज्यपाल के प्रति अनादर करने की भावना को लोगों पर छोड़ती हूं। सरकार के साथ अच्छे संबंध बनाये रखना चाहती हूं। मैं अपनी सीमाएं जानता हूं। आपके कहे जैसा नहीं करने पर क्या राज्यपाल व्यवस्था का अपमान करते है? मैं तेलंगाना में सत्ता का प्रयोग नहीं कर रही हूं। मैं एक मिलनसार व्यक्ति हूं। विवादास्पद व्यक्ति नहीं हूं। कोई भी कार्रवाई मुझे रोक नहीं सकती।”
राज्यपाल सौंदरराजन ने आगे कहा कि यह सब लोग जानते हैं कि तेलंगाना में क्या हो रहा है। एक महिला राज्यपाल होने के कारण मुझे अपमानित किया जा रहा है। साथ ही कहा कि व्यक्तिगत रूप से कितना भी मेरा अपमान कर लें, मगर संवैधानिक रूप से राज्यपाल के पद और संविधान का हर किसी को सम्मान देना चाहिए। तमिलिसाई ने कहा कि उनके द्वारा उठाए गये किसी भी मुद्दे पर मुख्यमंत्री या मंत्री कभी उनके कार्यालय बात करने आ सकते हैं। वह सीएम से किसी भी मुद्दे पर चर्चा के लिए तैयार हैं। यदि आवश्यक हुआ तो वह सार्वजनिक चर्चा के लिए भी तैयार हैं।
तमिलिसाई ने कहा, “आपको (मीडिया) तेलंगाना सरकार से पूछना चाहिए कि वह राज्यपाल का अपमान क्यों कर रही है? प्रधानमंत्री मोदी सब कुछ जानते हैं। व्यक्तिगत रूप से कुछ कहने की जरूरत नहीं है। मैं कानून का पालन करूंगी। कौशिक रेड्डी को राज्यपाल के कोटे के लिए एमएलसी उम्मीदवार के रूप में नामित किया गया था। मगर सरकार भूल गई कि सेवा क्षेत्र के व्यक्ति को राज्यपाल कोटे के लिए नामित किया जाना चाहिए। वरंगल एमजीएम में चूहे के हमले रोगी की मौत की घटना बेहद दुख है। राज्यपाल ने दिल्ली दौरे के कारणों के बारे में बताया कि वह प्रधानमंत्री मोदी को तेलंगाना और पुडुचेरी में किये गये टीकाकरण अभियान की रिपोर्ट देने के लिए आई है।