हैदराबाद: अगर आप तेलंगाना सरकार की ओर से हर महीने दिये जाने वाला राशन चावल चाहते है तो कोरोना टीका लगवाना होगा। परिवार का एक सदस्य चावल लेने के लिए राशन की दुकान पर जाता है और खुद का टीका प्रमाण पत्र दिखाता है तो पर्याप्त नहीं होगा। परिवार के सभी लोगों का प्रमाण पत्र दिखाने के बाद ही राशन चावल दिया मिलेगा। अगर कोई टीका नहीं लिया है, तो उसे वहीं टीका दिया जाएगा।
तेलंगाना के राशन डीलर पिछले तीन दिनों से इसी नियम का पालन कर रहे हैं। राशन डीलरों का कहना है कि उन्हें वरिष्ठ अधिकारियों से इस आशय के आदेश मिले हैं और उसी का ही पालन कर रहे हैं। उधर विभिन्न सरकारी विभागों के एचओडी आंतरिक सर्कुलर जारी कर कह रहे हैं कि टीकाकरण कर चुके कर्मचारियों को अगले महीने का वेतन का भुगतान किया जाएगा।
यदि कोई अन्य कारणों से टीका नहीं लगाया है, तो उससे संबंधित डॉक्टर से प्रमाण पत्र प्राप्त लेकर आना होगा। तेलंगाना राज्य सहकारी बैंक के एमडी ने टीकाकरण कर्मचारियों को ही दिसंबर महीने का वेतन भुगतान करने का सोमवार को एक सर्क्यूलर जारी किया। फ्रंट लाइन कर्मचारियों को एक विशेष अभियान में टीका लगाया गया है। मगर अधिकांश लोगों ने टीका नहीं लिया। अब टीकाकरण प्रमाण पत्र जमा कराने पर ही वेतन देने के फैसले के चलते कर्मचारी वैक्सीन के लिए टीका केंद्र जा रहे हैं।
अधिकारियों का कहना है कि कोरोना के नये वेरिएंट ओमिक्रॉन के मद्देनजर टीकाकरण में तेजी लाई गई है। दूसरी लहर के समय में वैक्सीन के लिए लोगों की भीड़ उमड़ पड़ी थी। उसके बाद मामलों की कमी आने के कारण उपेक्षा की गई। कुछ लोग डर और कुछ टीका के प्रति जागरुकता नहीं होने के कारण वैक्सीन से दूर रहे। इसके चलते टीकाकरण की रफ्तार कमी हुई है।
इसी बीच तेलंगाना सरकार ने टीका की खुराक बच जाने, वैक्सीन के लिए लोगों के आगे नहीं आने और ओमिक्रॉन की चिंता के चलते अन्य
कल्याणकारी योजनाओं को टीकाकरण से जोड़ रहा है। पता चला है कि जल्द ही आवासों की अनुमति, पेंशन, रोजगार गारंटी योजना और सरकार के अन्य लाभकारी योजना के लिए वैक्सीन प्रमाण पत्र अनिवार्य कर दिया जाएगा।
पता चला है कि तेलंगाना में 18 वर्ष से अधिक आयु के 2 करोड़ 77 लाख 67 हजार लोग हैं। इनमें से 20.80 लाख लोगों ने अभी तक पहली खुराक नहीं ली है। दूसरी खुराक नहीं लेने वाले 1.21 करोड़ लोग हैं। टीकाकरण में हैदराबाद पहले स्थान पर है, जबकि विकाराबाद अंतिम स्थान पर है।
