सुपरस्टार कृष्णा के निधन पर रेवंत रेड्डी की गहरी शोक संवेदना, बोले- “फिल्म इंडस्ट्री के लिए बहुत बड़ी क्षति है”

हैदराबाद: पद्मभूषण, सुपरस्टार और पूर्व सांसद डॉ कृष्णा के निधन पर टीपीसीसी के अध्यक्ष और सांसद रेवंत रेड्डी ने गहरा शोक व्यक्त किया है। रेड्डी ने अपने शोक संदेश में कहा कि सिनेमा के क्षेत्र में कई क्रांतिकारी बदलाव लाने वाले और एक नया चलन खड़ा करने वाले कृष्णा का निधन तेलुगु फिल्म इंडस्ट्री के लिए बहुत बड़ी क्षति है।

उन्होंने कहा कि सुपरस्टार कृष्णा ने हैदराबाद में तेलुगु फिल्म उद्योग के विकास में बहुत योगदान दिया। मैं ईश्वर से प्रार्थना करता हूं कि कृष्णा की आत्मा को शांति मिले और उनके परिवार के सदस्यों के प्रति मेरी गहरी संवेदनाएं हैं।

इसी क्रम में टीपीसीसी के पूर्व अध्यक्ष पोन्नाला लक्ष्मय्या ने भी सुपरस्टार कृष्णा के निधन पर शोक व्यक्त किया। शोक संदेश में कहा कि तेलुगु फिल्म उद्योग ने एक महान अभिनेता खो दिया है। उनकी आत्मा को शांति मिले।

आपको बता दें कि पद्मभूषण सुपरस्टार कृष्णा (79) का निधन हो गया। कॉन्टिनेंटल अस्पताल में अलसुबह 4 बजे अंतिम सांस ली। कृष्णा को सोमवार अलसुबह 2 बजे अस्पताल में भर्ती किया गया था। कार्डियक अरेस्ट में होने के कारण उन्हें तुरंत आपातकालीन कक्ष में ले जाया गया। 20 मिनट तक सीपीआर देने के बाद वह कार्डियक अरेस्ट से बाहर आ गए। उसके बाद सुपर स्टार को आईसीयू में ले जाया गया और वेंटिलेटर पर इलाज किया गया। तब से उनकी सेहत की बिगड़ती गई।

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कल दोपहर को जारी बुलेटिन में कहा गया था कि 48 घंटों तक उनकी स्वास्थ्य स्थिति के बारे में कुछ भी नहीं कहा जा सकता है। मंगलवार को दोपहर एक और स्वास्थ्य बुलेटिन जारी किया जाएगा। इससे पहले ही उनका निधन हो गया। कृष्णा का जन्म 31 मई, 1943 को आंध्र प्रदेश के गुंटूर जिले के बुर्रिपालेम गांव में हुआ था। कृष्णा ने 350 से अधिक फिल्मों में काम किया।

हनुमंत राव और निर्माता आदिशेषगिरी राव कृष्णा के भाई हैं। कृष्णा-इंदिरा देवी दंपति के पांच बच्चे हैं। रमेश बाबू, महेश बाबू, पद्मावती, मंजुला और प्रियदर्शिनी। सबसे बड़े बेटे रमेश बाबू ने पहले एक अभिनेता के रूप में अपना कॅरियर शुरू किया और बाद में एक निर्माता के रूप में कई फिल्मों का निर्माण किया। दूसरे बेटे महेश बाबू टॉलीवुड के टॉप हीरो बने हुए हैं। सबसे बड़ी बेटी पद्मावती अमराराजा बैटरीज के एमडी और गुंटूर के सांसद गल्ला जयदेव की पत्नी हैं। दूसरी बेटी मंजुला टॉलीवुड इंडस्ट्री में बतौर निर्माता और डायरेक्टर के रूप में कार्यरत हैं। तीसरी बेटी प्रियदर्शनी हीरो सुधीर बाबू की पत्नी हैं।

कृष्णा की पहली फिल्म ‘तेनेमनुसुलु’ (1965) है। लेकिन इससे पहले वह कुलगोत्रालु (1961), पदंडी मुंदुकु (1962) और परुवु प्रतिष्ठा (1963) फिल्मों में छोटी-छोटी भूमिकाओं में दिखाई दिए। उसके बाद, फिल्म तेनेमुनुसुलु (1965) के साथ एक अभिनेता के रूप में सिल्वर स्क्रीन पर नजर आये। इसके बाद उन्होंने कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा।

सबसे पहली फिल्म स्कोप (अल्लूरी सीतारामाराजू), पहली ईस्टमैन कलर फिल्म (ईनाडु), पहली 70 मिमी (सिम्हासनम), पहली काउबॉय फिल्म (मोसगाल्लकु मोसगाडु) और इसी तरह की सभी फिल्में कृष्ण के नाम पर हैं। उन्होंने फिल्म उद्योग में कई नए निर्देशकों और निर्माताओं को पेश किया। कृष्णा ने बतौर प्रोड्यूसर कई फिल्मों का निर्माण भी किया है। फिल्मों के अलावा कृष्णा ने कुछ सालों तक राजनीति में भी अहम भूमिका निभाई। 1989 में कृष्णा ने कांग्रेस पार्टी की ओर से एक सांसद के रूप में चुनाव लड़ा और जीत हासिल की थी। हालाँकि, राजनीतिक वातावरण कृष्ण की मानसिकता के लिए उपयुक्त नहीं थी। राजनीति में प्रोत्साहित करने वाले पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी की हत्या के कारण वो राजनीति को छोड़ दिया।

कृष्णा को ढलती उम्र के अलावा कोई अन्य स्वास्थ्य समस्या नहीं थी। लेकिन हाल ही में परिवार के तीन सदस्य जिन्हें वे काफी प्रिय मानते थे, पत्नी विजय निर्मला, बड़े बेटे रमेश बाबू, फिर उनकी पहली पत्नी इंदिरा देवी का निधन हो गया। उसी समय उनके सबसे अच्छे दोस्त रेबल स्टार कृष्णम राजू ने भी उन्हें छोड़कर इस दुनिया से चले गये। तब से कृष्णा बहुत उदास हो गये। इन घटनाओं ने कृष्ण को मानसिक रूप से खस्ता कर दिया। इसका प्रभाव उनके स्वास्थ्य पर भी पड़ा।

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