
हैदराबाद : ब्रह्मर्षि समाज हैदराबाद ने जगतग़ीरगुट्टा स्थित अपने परशुराम मंदिर (कूकटपल्ली से 15-20 मिनट) में 15 अगस्त को चार और देवता मूर्तियों की प्राण प्रतिष्ठा पूर्ण श्रद्धा एवं भव्यता पूर्वक सम्पन्न किया। समाज के महासचिव सुनील सिंह ने प्रेस विज्ञप्ति में बताया कि तीन दिनों का यह कार्यक्रम 13 अगस्त को प्रातः संकल्प के साथ प्रारंभ हुआ और 15 अगस्त को विग्रह स्थापना एवं पूर्णाहुति के बाद सम्पन्न हुआ। गौरतलब है कि गत दिनों मंदिर का नवीनीकरण और नव निर्माण के अंतर्गत नवग्रह मंदिर एवं शिवालय का निर्माण किया गया साथ ही मंदिर प्रांगण के मुख्य द्वार पर भगवान हनुमान की बड़ी सी प्रतिमा और परशुराम मंदिर के अंदर स्थापित करने हेतु उनकी माता रेणुका माँ की मूर्ति बनवाई गई।


समाज के अध्यक्ष मानवेंद्र मिश्र के साथ महासचिव सुनील सिंह, पूर्व अध्यक्ष गोविंद जी राय और पूर्व महासचिव इंद्रदेव प्रसाद सिंह सपत्नीक क्रमशः आशा मिश्र, चंचला सिंह, सुधा राय और बेबी सिंह के साथ प्राणप्रतिष्ठा की पूजा हेतु संकल्प लिया। पाँच पंडितों की टीम द्वारा निरंतर तीन दिनों तक पूजा की गई। पूजा के उपरांत प्राण प्रतिष्ठा के पूर्व सभी सदस्यों ने मंत्र एवं भजन गाते हुए भगवान के विग्रहों के साथ परशुराम मंदिर की प्रदक्षिणा की। पांच पंडित समूह ने मंत्रोच्चार करते हुए सर्वप्रथम नौ ग्रहों को एक एक कर स्थापित किया। तत्पश्चात् शिवलिंग और नंदी को प्रतिष्ठित किए। उसके बाद हनुमान जी को स्थापित कर प्रतिमा की आँखें खोली गईं और अंत में रेणुका माता को पूर्ण भक्तिभाव से परशुराम मंदिर के अंदर स्थापित किया गया। भक्तिपूर्ण वातावरण में उपस्थित श्रद्धालुओं के भक्तिभाव दर्शनीय था।


समाज द्वारा 14 अगस्त को प्रतिवर्ष होनेवाले अखंड रामायण और अष्ट्याम कार्यक्रम का शुभारंभ सपत्नीक समाज के अध्यक्ष, महासचिव एवं प्रधान यजमान के रूप में इंद्रदेव और बेबी सिंह ने किया। साथ ही सपत्नीक मुकेश और रिंकु सिंह तथा मुकेश और मंजू शर्मा भी पूजा पर बैठे। आह्वान और पूजा के उपरांत रामचरितमानस और ढोलक, हारमोनियम आदि कीर्तन उपकरणों की पूजा की गई। तत्पश्चात् अखंड रामायण (रामचरितमानस) का पाठ प्रारंभ कर हरे कृष्णा-हरे रामा नाम की कीर्तन 24 घंटे अनवरत की गई। अखंड रामायण पाठ में उपर्युक्त सदस्यों के अतिरिक्त महिला अध्यक्ष उषा शर्मा, आर एस शर्मा, सोनी सिंह, उपाध्यक्ष अनीता राय आदि ने भाग लिया। 24 घंटे के बाद भव्य पूर्णाहुति और महा आरती की गई जिसमें सभी सदस्य शामिल हुए। भक्ति रस में भावविभोर श्रद्धालुओं की भारी भीड़ में तीन दिनों का यह यज्ञ भक्ति और श्रद्धापूर्वक प्रसाद और महाप्रसाद वितरण के बाद संपन्न हुआ।


अवसर पर स्वतंत्रता दिवस के उपलक्ष्य में ब्रह्मर्षि समाज के अध्यक्ष मानवेन्द्र मिश्र एवं उपस्थित सदस्य जन मंदिर प्रांगण में प्रतिवर्षानुसार झंडा फहराया और राष्ट्रगान के साथ राष्ट्र के प्रति प्रेम और सद्भाव का परिचय दिया। इस महा आयोजन में महाप्रसाद की व्यवस्था मुकेश शर्मा के सौजन्य से की गई थी। आयोजन को उपर्युक्त सदस्यों के अतिरिक्त कोषाध्यक्ष प्रेम शंकर सिंह, मोहन सिंह, अमर सिंह, पंकज सिंह, विनोद राय, अनूप कुमार कामेश्वर ठाकुर, रंजीत कुमार शुक्ला, मीरा शर्मा ने अपने अथक प्रयास से इस आयोजन को भव्य और सफल बनाया। पूर्व अध्यक्ष सी के सिन्हा डॉ अहिल्या मिश्र, और रतनेश कुमार, आभा कुमार की गरिमामय उपस्थिति रही।


इस दौरान तिरूपति राय, सुभाष सिंह, शत्रुघ्न सिंह, अमरेश सिंह, अखिलेश सिंह, यशवंत सिंह, अमित पराशर, उमेश सिंह, भोला चौधरी, अतुल मिश्रा, अजीत कुमार, मुकुंद चौधरी, कन्हैया शर्मा, सुशील राय, अरुण सिंह, दीपक राय, अजय कुमार पांडे, अनुराग शर्मा, रविशंकर शर्मा, रंजीत चौधरी, राजीव रंजन, विपिन बिहारी, राजेश शाही, सौरभ सिंह, सुभाष चौधरी, बी के मिश्रा, सुधीर राय, आदि का सराहनीय सहयोग रहा। अनु कुमारी, सुगंधा पराशर, रीतू बाला, पिंकी राय, मधु सिंह, कल्पना चौधरी, श्रेया साई, पूनम देवी, रूपम चौधरी, भारती सिंह, सरिता सिंह, मोती कुमारी आदि कार्यक्रम में उपस्थित होकर इसे और विशेष बनाया।
