हैदरबाद : बुलेट बंडी…(एक तेलुगु फिल्म का गीत) गाने पर डांस करने वाली सिरिसिल्ला जिले के तंगलपल्ली की एक नर्स को मेमो जारी किया गया। इसके चलते नेटिज़न्स, सहकर्मी और नेता काफी नाराज है। उन्होंने कहा कि 15 अगस्त यानी छुट्टी के दिन मनोरंज के लिए डांस करना गलत नहीं है। सवाल किया कि मन के सुकुन के लिए डांस करे तो मेमो कैसे देते हैं? करोड़ों रुपये का घोटाला करने और लेकर भागने वालों को छोड़ देते हैं। मगर मनोरंजन के लिए डांस करने वाली एक दलित समुदाय की नर्स को मेमो देकर सजा देते हैं। यह कहां का न्याय है?
स्वास्थ्य विभाग की एक वरिष्ठ नर्स ने डांस करने वाली नर्स को मेमो जारी किये जाने को लेकर मुख्यमंत्री केसीआर और मंत्री केटी रामाराव के नाम जारी एक वीडियो संदेश में खिंचाई की है। यह वीडिया इस समय तेलंगाना में हड़कंप मचा रहा है। नर्स ने मुख्यमंत्री केसीआर और मंत्री केटी रामाराव पर सवालों की झड़ी लगा दी है।
नर्स ने सवाल किया, “सार्वजनिक स्वास्थ्य विभाग के निदेशक के खिलाफ सबूत के साथ उनके भ्रष्टाचार के बारे में शिकायत की गई। मगर आपने कुछ नहीं किया। क्या आप एक डांस करने वाली नर्स के खिलाफ कार्रवाई करते हैं? क्या उस नर्स ने ड्यूटी पर डांस किया है? 15 अगस्त यानी छुट्टी के दिन खुशी-खुशी में डांस किया तो क्या गलत किया है? वैसे तो आप लोगों को उसकी प्रतिभा को देखकर सम्मान और पुरस्कार देना चाहिए।
उन्होंने कहा कि सार्वजनिक स्वास्थ्य विभाग के निदेशक के खिलाफ भ्रष्टाचार की शिकायत की गई तो सीएम, मंत्री, मुख्य सचिव और कलेक्टर या किसी अन्य ने उसके खिलाफ एक्शन नहीं लिया। साथ ही आरोप लगाया कि लोग कह रहे है कि उसकी ओर से कलेक्शन की गई रकम का कुछ हिस्सा आपको मिलता है? इसीलिए आप उसे बचा रहे है। उन्होंने कहा कि स्वतंत्रता दिवस पर डांस करने पर मेमो देना ठीक बात नहीं है।
वरिष्ठ नर्स ने मांग की कि डांस करने वाली नर्स को दिया गया मेमो तुरंत वापस लिया जाये। वर्ना तेंलगाना की सभी नर्से अपनी सेवाएं बंद कर देगी और इसके लिए आप जिम्मेदार होंगे। उसने कहा कि तेलंगाना में नर्सेों को कम आंका जा रहा है। उन्होंने सीधे सवाल किया कि अगर 20 करोड़ रुपये का भ्रष्टाचार करने वाले व्यक्ति के खिलाफ किसी प्रकार की कार्रवाई नहीं करते हैं, मगर एक डांस करने वाली नर्स के खिलाफ कैसै कार्रवाई करते है?
इसी क्रम में तेलंगाना बीजेपी नेताओं ने नर्स को दिये गये मेमो की निंदा की। उन्होंने मीडिया से कहा कि वह नर्स पिछले दस साल से अधिक समय तक आउटसोर्सिंग कर्मचारी के रूप में काम किया है और हाल ही में वह एक अनुबंध कर्मचारी के रूप में काम कर रही है। इस तरह गरीब नर्स को मेमो देना उचित नहीं है। नेताओं ने सरकार से मेमो वापस लेने की मांग की है। वर्ना नर्स के समर्थन में आंदोलन किया जाएगा।