हैदराबाद : तेलंगाना में ही नहीं, पूर देश में हड़कंप मचा चुके मिर्यालगुड़ा ‘इज्जत के लिए हत्या’ यानी प्रणय हत्याकांड मामले की सुनवाई शुरू हुई है। बेटी के प्रेम विवाह किये जाने से नाराज अमृता के पिता मारुति राव ने प्रणय की 14 सितंबर 2018 को भाड़े के हत्यारे के साथ बेरहमी से हत्या करवाई थी। अस्पताल ले जाते समय हमलावर ने दंपति का पीछा किया और अमनतम प्रणय की चाकू मारकर हत्या कर दी। इस घटना से हड़कंप मच गया था।
इज्जत के लिए की गई इस हत्याकांड की पूरे समाज में मारुति राव पर क्रोध व्यक्त किया गया। इसके दो साल बाद यानी मार्च 2020 में हैदराबाद में एक होटल में मारुति राव ने आत्महत्या कर ली। 2018 में हुए प्रणय हत्याकांड मामले में 102 गवाहों की कोर्ट में सुनवाईट होगी। पिछले साल जिला एससी/एसटी कानूनों की विशेष अदालत में सुनवाई होनी थी, लेकिन कोविड के कारण यह संभव नहीं हो सका। अदालत इस महीने की 3 तारीख से मामले की सुनवाई कर रही है। कोर्ट एक के बाद एक 102 गवाहों की सुनवाई करेगा।
इसके अंतर्गत अदालत पहले परिवार के सदस्यों की बयान दर्ज कर चुकी है। प्रणय के पिता बालस्वामी, मां प्रेमलता और पत्नी अमृता ने बयान दर्ज किए हैं। गवाहों का ट्रायल होना है। इस मामले में आठ लोगों को आरोपी बनाया गया है। मुख्य आरोपी मारुति राव की मौत के चलते सात अन्य आरोपी मुकदमे का सामना कर रहे हैं।