अमरावती : कृष्णा और गोदावरी नदी जल विवाद दो तेलुगु राज्यों के बीच बढ़ता ही रहा है। दोनों राज्यों की आपसी शिकायतों को देखने पर लगता है कि आंध्र प्रदेश और तेलंगाना के बीच उठा जल विवाद और अधिक जटिल होता जा रहा है। आंध्र प्रदेश के सिंचाई मंत्री अनिल कुमार ने सार्वजनिक रूप से इस बात पर नाराजगी व्यक्त की है कि तेलंगाना सरकार अवैध परियोजनाएं निर्मित कर रही हैं।
मंत्री ने आगे कहा कि तेलंगाना सरकार द्वारा निर्मित किये जा रहे अवैध परियोजनाओं को लेकर केंद्र के पास पहले ही शिकायत की चुकी है। उन्होंने साफ किया कि अगर फिर से ऐसी गलती की जाती तो भविष्य में भी शिकायत करेंगे। साथ ही सवाल किया कि क्या तेलंगाना द्वारा तुंगभद्रा नदियों पर जोगुलम्बा गद्वाल जिले के सुंकेशुल के पास निर्माण की जा रही परियोजना वैध है? आप करे तो गलत नहीं है, अगर हम नियमों के अनुसार करते हैं तो गलत कैसे होता है?
उल्लंघन नहीं किया गया
उन्होंने दोहराया कि आंध्र प्रदेश में कहीं भी अवैध परियोजनाओं का निर्माण नहीं किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि कृष्णा नदी से पर्याप्त पानी मिल सके इसीलिए पोतिरेड्डी हेड रेगुलेटर का विस्तार किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि कानून के अधीन में ही रायलसीमा में परियोजनाओं का निर्माण चल रहा है। आंध्र प्रदेश को आवंटित पानी के हिस्से का कहीं पर भी उल्लंघन नहीं किया गया है।
कैसे गलत होता है?
मंत्री ने याद दिलाया कि यदि श्रीशैलम बांध में जल स्तर 881 फीट से ऊपर होने पर ही पोतिरेड्डीपाडु हेड रेगुलेटर से पानी लिया जा सकता है। उन्होंने सवाल किया कि क्या श्रीशैलम बांध का जलस्तर 848 फीट होने पर एक बूंद भी पानी लिया जा सकता है? उन्होंने कहा कि अब भी पोतिरेड्डीपाडु परियोजाना से 44,000 क्यूसेक पानी को 15 दिन तक लिया जा सकता है। इसीलिए तेलंगाना सरकार बताये कि पोतिरेड्डीपाडु के पास एक और लिफ्ट सिंचाई परियोजना को निर्मित करना कैसे गलत होता है।
तेलंगाना सरकार 6 टीएमसी की परियोजनाओं को निर्मित कर रही है
मंत्री अनिल कुमार यादव ने आरोप लगाया है कि तेलंगाना सरकार अवैध रूप से 6 टीएमसी परियोजनाओं का निर्माण कर रही है। उन्होंने कहा कि श्रीशैलम बांध में पानी का स्तर 800 फीट तक पहुंचने पर भी परियोजना से पानी ले जाने के लिए तेलंगाना सरकार परियोजनाओं का निर्माण कर रही है। उन्होंने कहा कि कृष्णा नदी पर स्थित कल्वकुर्ती, भीमा और नेट्टेमपाडु परियोजनाओं की क्षमता बढ़ा दी गई है और पालमुरु-रंगारेड्डी परियोजना में लिफ्ट भी लगाई गई हैं। मंत्री अनिल कुमार ने कहा कि मुख्यमंत्री वाईएस जगन मोहन रेड्डी तेलंगाना सरकार के साथ दोस्ती का हाथ बढ़ाया है, लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ है। पांच साल से पानी के बंटवारे को लेकर लड़ रहे है।