हैदराबाद: लगातार खबरें आ रही है कि तेलंगाना में माओवादी सक्रिय होते जा रहे हैं। एक तरफ जहां केंद्र और राज्य सरकारें माओवादियों पर लगाम लगाने के लिए जंगलों को खंगाल रही हैं। वहीं माओवादी अपनी ताकत बढ़ाने/दिखाने की कोशिश कर रहे हैं। हाल ही में पुलिस माओवादियों की गतिविधियों पर कड़ी नजर रख रही है। इसके पीछे एक बड़ा कारण भी है। मुख्य रूप से उत्तरी तेलंगाना में सत्ता पक्ष के तीन विधायकों को निशाना बनाकर माओवादियों ने रेकी की है। इस रेकी की खबर से हड़कंप मचा है।
खुफिया विभाग संदेह व्यक्त कर रही है माओवादियों की गतिविधियां केवल तेलंगाना की सीमाओं तक सिमित नहीं है, बल्कि महाराष्ट्र और छत्तीसगढ़ की सीमाओं में भी धीरे-धीरे बढ़ रही हैं। पुलिस ने इन तीनों राज्यों के सीमावर्ती इलाकों में माओवादियों की गतिविधियों पर लगाम लगाने के प्रयास तेज कर दिए हैं। माओवादियों द्वारा हाल ही में शहीद स्मारक सप्ताह आयोजित करके सभी को हैरान कर दिया है। इसी क्रम में माओवादी पार्टी ने 21 से 27 सितंबर तक 18वें शहीद संस्मरण सप्ताह का आयोजन किया और सरकार को एक बड़ी चुनौती दे दी है।
एक बड़ी खबरें यह भी आई हैं कि शहीद सप्ताह समारोह में माओवादी शीर्ष नेताओं ने भी भाग लिया है। इनके अलावा आसपास के 10-12 गांवों के लोगों ने भी हिस्सा लिया है। इस दौरान माओवादियों ने बड़े पैमाने पर शहादत का प्रचार किया। यह देख पुलिस ने माओवादियों की सूचना देने वालों को इनाम देने की भी घोषणा की है। साथ ही नक्सलियों से संबंधित पोस्टर चिपकाये और करपत्र बांटे। इस तरह पुलिस नक्सलियों की गतिविधियों को रोकने का प्रयास किया है। माओवादियों की गतिविधियों की सूचना मिलने के बाद ग्रेहाउंड और स्पेशल पार्टी के पुलिस बल जंगलों को खंगाल रहे हैं।
पृथक तेलंगाना के गठन के बाद लंबे समय माओवादी भूमिगत थे। अब अचानक सामने आ जाने से हड़कंप मच गया है। माओवादियों की गतिविधियां बढ़ जाने से राजनीतिक दलों के कुछ नेता और भ्रष्ट अधिकारी परेशान है। इसी पृष्ठभूमि में एक नया प्रचार भी सभी को तनाव में डाल दिया है। यह प्रचार तेलंगाना में जोरों पर जारी है कि सत्तारूढ़ दल के तीन विधायकों के खिलाफ माओवादियों ने रेकी की है। इसके चलते पुलिस ने जगह-जगह पर चेकिंग तेज कर दी है। लेकिन वे विधायक कौन हैं। इसका खुलासा नहीं हुआ। मगर तरह-तरह के कयास लगाए जा रहे हैं। सोशल मीडिया में प्रचार हो रहा है कि वे करीमनगर जिले के विधायक है।