हैदराबाद : माओवादियों को एक और झटका लगा है। कोरोना महामारी से शीर्ष माओवादी नेता विनोद हेमला उर्फ हुंगा उर्फ विनोदन्ना की मौत हो गई। विनोद 30 साल पहले तेलंगाना से छत्तीसगढ़ चला गया था।
पुलिस महानिरीक्षक (बस्तर रेंज) पी सुंदरराज के अनुसार, विनोद ने छत्तीसगढ़ में जनतन सरकार के विस्तार और समर्थन हासिल करने में सक्रिय रहे हैं। विनोद ने दक्षिणी क्षेत्रीय माओवादी समिति में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। विनोद की 11 जुलाई को मौत हो गई और 13 जुलाई को उसका अंतिम संस्कार किया गया।
पुलिस ने बताया कि माओवादी विनोद ने छत्तीसगढ़ और एओबी में कई अहम हमलों में अहम भूमिका निभाई थी। पुलिस ने बताया कि इस संबंध में उसके खिलाफ कई मामले दर्ज हैं। मुख्य रूप से दर्भघटी, जीरम अंबुश और भाजपा विधायक बीमा मंडवी की मौत के घाट उतारने में विनोद ने अहम भूमिका रही है।
दूसरी ओर विनोद को पकड़ने के लिए एनआईए कईं सालों से कोशिश कर रही है। एनआईए को माओवादी विनोद मोस्ट वांटेड है। उस पर फिलहाल 15 लाख रुपये का इनाम है। इसमें से 10 लाख रुपये छत्तीसगढ़ सरकार और एनआईए ने 5 लाख की घोषणा की।
पुलिस ने यह भी बताया कि इस साल मई तक कोविड से कम से कम एक दर्जन माओवादी नेता और कैडर मारे गये हैं। मगर 24 जून को माओवादियों ने औपचारिक रूप से दो नेता- हरिभूषण और भारतक्का की कोरोना से मौत होने की बात को स्वीकार किया है।
पुलिस ने यह भी बताया कि माओवादी नेताओं में विनोद दो हैं। वरंगल जिले के विनोद की मौत हो चुकी है या आदिलाबाद जिले के विनोद की मौत हो गई पता नहीं चल पाया है। माओवादी नेताओं की घोषणा के बाद इस बात खुलासा हो जाएगा कि कौन से माओवादी की मौत हो चुकी है।