हैदराबाद: मुनुगोडु उपचुनाव में शराब और दावत की राजनीति ने तेज गति पकड़ी है। मतदाताओं को प्रभावित करने के लिए नेता खुद मैदान में उतरे और शराब और दावत को हथियार के तौर पर इस्तेमाल कर रहे हैं। मुनुगोडु में नेता शराब की नदियां बहा रहे हैं।
केवल छोटा-मोटा के नेता ही नहीं खुद मंत्री भी शराब की बोतल लेकर पिला दे रहे हैं। तेलंगाना की राजनीति में अब यह मुद्दा चर्चा का विषय बन गया है। खुद तेलंगाना के मंत्री मल्लारेड्डी बोतल पकड़कर शराब परोसना चर्चा का गंभीर विषय बन गया है।
तीन प्रमुख दल- कांग्रेस, बीजेपी और टीआरएस ने मुनुगोडु उपचुनाव को बहुत ही गंभीरता से लिया है। उपचुनाव की अधिसूचना के बाद से ही प्रमुख दलों ने निर्वाचन क्षेत्र में अपने-अपने नेता और कार्यकर्ताओं को मैदान में कर दिया है। टीआरएस पार्टी के विधायक और मंत्री हर गांव के प्रभारी हैं। वे अपने अनुयायियों के साथ आ रहे हैं और प्रचार कर रहे हैं।
इसी क्रम में मंत्री मल्लारेड्डी को चौटुप्पल मंडल के आरेगुडेम गांव का प्रभारी नियुक्त किया गया है। लेकिन मल्लारेड्डी सब से अलग तरह से मतदाताओं को प्रभावित कर रहे हैं। यह चर्चा है कि टीआरएस पार्टी के नेताओं ने कुछ दिनों के लिए चौटुप्पल सीमांत क्षेत्र में एक होटल बुक किया है।
इसी पृष्ठभूमि में रविवार को अपना चुनाव प्रचार समाप्त कर मंत्री मल्लारेड्डी ने अपनी पार्टी के नेताओं को उस होटल में शराब और दावत की पार्टी दी। मजे की बात यह है कि शराब खूद मल्लारेड्डी नेता और कार्यकर्ताओं को परोस रहे है।
इससे जुड़ी तस्वीर सोशल मीडिया पर वायरल हो गई है। मल्लारेड्डी की ओर से खुद शराब परोसे जाने की व्यापक आलोचना हो रही है। विरोधी पार्टी के नेता सवाल उठा रहे हैं कि मतदाताओं को इस तरह खुलेआम लुभाने पर भी कोई कार्रवाई क्यों नहीं की जा रही है?