हैदराबाद: तमिलनाडु हेलिकॉप्टर क्रैश में जनरल रावत, उनकी पत्नी मधुलिका और हेलिकॉप्टर में सवार 11 अन्य की मौत हो गई। हादसे में जीवित बचे इकलौते शख्स हैं ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह। उनका इलाज जारी है। बुधवार को हुए हेलिकॉप्टर हादसे के एक प्रत्यक्षदर्शी की पहचान हुई हैं। हादसे को करीबी से देखे प्रत्यक्षदर्शी कृष्णास्वामी रहे हैं।
प्रत्यक्षदर्शी कृष्णास्वामी ने कहा, “मेरा नाम कृष्णास्वामी है। मैं नानजप्पा सैथिराम का निवासी हूं। मैं घर में खाना बनाने के लिए लकड़ी लेने निकला था। घर में पानी नहीं था। क्योंकि पाइप टूटा हुआ था। चंद्रकुमार और मैं इसकी मरम्मत कर रहे थे। उसी समय हमें ज़ोर की आवाज़ सुनाई दी। मैंने अपनी आंखों से सिर्फ़ एक आदमी को देखा। वो जल रहे थे और फिर वो नीचे गिर गये। मुझे बहुत दुख हुआ।”
कृष्णास्वामीने आगे बताया, “धमाके से बिजली के खंबे तक हिल गये। पेड़ उखड़ गये। जब हमने देखा कि ये क्या हुआ तब धुआं उठ रहा था। धुएं ने सारे इलाके को ढक लिया था। वहां धुंध भी छाई थी। पेड़ के ऊपर आग की लपटें उठ रही थीं। मैंने अपनी आंखों से सिर्फ़ एक आदमी को देखा। वो जल रहे थे और फिर वो नीचे गिर गये। मैं कांप गया। मैं दौड़ता हुआ वापस आया। और मैंने लोगों से कहा कि दमकल और पुलिस को बुलाएं। कुछ देर बाद पुलिस और अधिकारी भी आ गये। उसके बाद मैंने शव को ले जाते नहीं देखा। मैं सदमें था। घर आया और लेट गया।” (एजेंसियां)
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