तिरुवनंतपुरम/हैदराबाद : सोमवार को केरल विधानसभा में मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन और कांग्रेसी सहयोगी यूडीएफ सदस्यों के बीच कोडाकरा हवाला लूट मामले को लेकर तीखी बहस चली। विपक्ष ने आरोप लगाया कि एलडीएफ सरकार और मुख्यमंत्री इस मामले में शामिल नेताओं को बचाने की कोशिश कर रहे हैं। इसके बाद विपक्षी दल सदस्यों ने वॉकआउट किया।
विपक्षी सदस्यों ने इस मुद्दे पर स्थगन प्रस्ताव की मांग करते हुए एक नोटिस पेश किया। साथ ही आरोप लगाया कि अवैध धन हस्तांतरण मामले के पीछे कुछ भाजपा नेता मास्टरमाइंड है। उन्होंने कहा कि पुलिस ने उन्हें हाल ही में एक स्थानीय अदालत में दायर आरोप पत्र में गवाह के रूप में सूचीबद्ध किया है। इसलिए आगे की जांच केंद्रीय एजेंसी के हवाले की जानी चाहिए।
इसी क्रम में सीएम विजयन ने इस आरोप से इनकार किया कि राज्य सरकार हवाला पैसे के स्रोत का पता लगाने के लिए किसी अधिकृत केंद्रीय एजेंसी को जांच सौंपे बिना ही मामले को सुलझाने की कोशिश कर रही है।
उन्होंने पलटवार करते हुए कहा कि विपक्ष जानबूझकर तथ्यों को छिपाने और जनता का ध्यान भटकाने की कोशिश कर रहा है। विजयन ने कहा कि जांच करने के लिए केंद्रीय एजेंसियों के पास अपने संबंधित कानून के तहत स्पष्ट शक्तियां हैं। विपक्ष इस तरह के आरोप लगा रहा है, हालांकि वे ये स्पष्ट रूप से जानते हैं कि राज्य सरकार को उन्हें जांच सौंपने की जरूरत नहीं है। (एजेंसियां)