हैदराबाद: मुख्यमंत्री केसीआर ने नगरद्वय में पीने के पानी के लिये लाये गये जीओ 111 पर विधानसभा में अहम फैसला लिया। केसीआर ने मंगलवार को विधानसभा में कहा कि जीओ 111 बेमानी है। इसे हटा दिया जाएगा।
केसीआर ने कहा, “इस जीओ को हैदराबाद और सिकंदराबाद के लोगों की पेयजल समस्या के समाधान के लिए जारी किया गया था। इस जीओ के अंतर्गत 32 लाख 600 एकड़ जमीन है। उस्मानसागर और हिमायतसागर की झीलें उस समय प्रदूषित न हो इसीलिए इस जीओ को लागू किया गया था। अब उस झीलों की पानी का कोई भी उपयोग नहीं कर रहे हैं। हैदराबाद में अगले 100 साल तक पीने के पानी की समस्या नहीं आएगी। हम विशेषज्ञ समिति की रिपोर्ट का इंतजार कर रहे हैं। रिपोर्ट मिलते ही हम ग्रीन जोन और मास्टर प्लान को लागू करेंगे और जीओ 111 हटा देंगे।”
क्या है 111 जीओ?
नगरद्वय की पेयजल जरूरतों को पूरा करने वाले उस्मानसागर और हिमायतसागर की रक्षा के लिए 1996 में तत्कालीन सरकार ने जीओ 111 को जारी किया था। इन दोनों जलाशयों की 10 किमी की दूरी तक बफर जोन घोषित किया गया था। परिणामस्वरूप लगभग 84 गांव इस बफर जोन में आ गये। तब से इन गांवों में कोई विकास कार्य नहीं हुआ है। जीओ 111 हटा देने से विकास कार्य तेजी से किये जाएंगे।