हैदराबाद : कोरोना काल के दौरान फ्रंट वॉरियर की जिम्मेदारी निभाने वाले तेलंगाना के जूनियर डॉक्टर्स बुधवार से हड़ताल पर चले गये। दिये गये आश्वासन के अनुसार वेतन में वृद्धि को लागू करने की मांग के समर्थन में डॉक्टर्स आंदोलन कर रहे हैं।
इमरजेंसी व कोरोना आईसीयू वार्ड को छोड़कर अन्य सभी कार्यों का बहिष्कार करने का निर्णय लिया है। उन्होंने चेतावनी दी है कि अगर उनकी मांगों को पूरी नहीं किया गया तो परसों से सभी सेवाएं बंद कर दी जाएगी।
आपको बता दें कि जूनियर डॉक्टर्स युनियन ने इस महीने की 10 तारीख को सरकार को हड़ताल पर जाने का नोटिस दिया था। जूनियर डॉक्टर्स पूर्व में दिये गये वेतन वृद्धि के आश्वासन को पूरा करने की मांग कर रहे हैं। इनमें मुख्य है सीनियर रेजिडेंट्स और जूनियर रेजिडेंट्स के वेतन में 15 फीसदी की बढ़ोतरी शामिल है।
साथ ही कोरोना फर्स्ट वेव के दौरान दिये गये आश्वासन के अनुसार जूनियर डॉक्टर को तुरंत 10 फीसदी इंसेंटिव दिया जाये। कोरोना संक्रमित डॉक्टर्स और उनके परिवार के सदस्यों के लिए निम्स में आइसोलेशन स्थापित किया जाये।
इसी क्रम में डीएमई रमेश रेड्डी ने कहा कि जूनियर डॉक्टरों की मांगों पर गंभीरता से नहीं लिया है। सरकारी टीचिंग अस्पताल और मेडिकल कॉलेजों के प्राचार्यों और डॉक्टरों को वैकल्पिक व्यवस्था करने के निर्देश दिये हैं।
हड़ताल पर मंत्री केटीआर की प्रतिक्रिया
दूसरी ओर जूनियर डॉक्टरों की हड़ताल पर मुख्य मंत्री केसीआर और केटीआर ने कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त की है। उन्होंने कहा कि हड़ताल पर जाने का यह सही समय नहीं है। उन्होंने कहा कि सरकार जूनियर डॉक्टरों की समस्याओं पर गंभीरता से विचार कर रही है। हड़ताल को वापस लें। वर्ना सरकार सरकार आगे की कार्रवाई करने के लिए बाध्य होगी।